सेग्रीगेशन शुरू होगा लेकिन जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट पास की गई है, उसका रिव्यू होगा : कालिया
कलेक्टरों के साथ नए सिरे से बात की जाएगी। अगर कलेक्टर सेग्रीगेशन करते भी हैं, तो उन्हें ले जाने के सिस्टम पर नए सिरे से समीक्षा की जाएगी।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। राजेश कालिया के मेयर बनने के साथ ही अब अधिकारियों के साथ टकराव की आशंका बढ़ गई है। इसका बड़ा कारण यह है कि अधिकारी शहर में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टरों को नगर निगम का कर्मचारी बनाकर सेग्रीगेशन सिस्टम को शुरू करवाने के समर्थन में हैं, लेकिन कालिया शुरू से इसका विरोध करते आए हैं। ऐसे में मेयर बनने के साथ ही कालिया ने कहा कि पिछले माह की सदन की बैठक में जो सेग्रीगेशन के लिए नई गाडि़यां खरीदने और कलेक्टरों के साथ एमओयू करने का प्रस्ताव पास हुआ है। इसके अलावा जो डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सदन में पास की गई है, उसे रिव्यू किया जाएगा। हालांकि कालिया का कहना है कि शहर में सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन जरूर शुरू होगा। मालूम हो कि कालिया डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टरों के नेता भी हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की ओर से कहा जा रहा है कि अभी गाड़ियां उन एरिया के लिए खरीदी जा रही हैं, जहां पर इस समय कचरा नहीं उठ रहा है, जबकि हकीकत यह है कि ऐसा कोई एरिया है ही नहीं। कलेक्टरों के साथ नए सिरे से बात की जाएगी। अगर कलेक्टर सेग्रीगेशन करते भी हैं, तो उन्हें ले जाने के सिस्टम पर नए सिरे से समीक्षा की जाएगी। कलेक्टरों को सेग्रीगेशन के लिए समझाया जाएगा। मालूम हो कि अधिकारी मानते हैं कि जो अभी तक सेग्रीगेशन शुरू नहीं हो पाया है, उसके पीछे कालिया अहम रोल रहे हैं। एनजीटी भी यह शुरू न होने के कारण नगर निगम पर दबाव बना रहा है। मेयर बनने के बाद राजेश कालिया ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत कर भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला।
सवाल- आपको मेयर बनने के बाद कैसा महसूस हो रहा है?
कालिया- इस सबके लिए वह भाजपा के आला नेताओं का धन्यवाद करते हैं, जिसकी वजह से आज वह इस सीट पर आए हैं। सिर्फ भाजपा ही ऐसी पार्टी है, जो गरीबों को जमीन से उठाकर ऊपर लाती है।
सवाल- अब आपकी क्या प्राथमिकताएं हैं?
कालिया- उनका बचपन डड्डूमाजरा के डंपिंग ग्राउंड में बीता है। वह डड्डूमाजरा में ही रहते हैं। ऐसे में उनका पहली प्राथमिकता यहां से डंपिंग ग्राउंड को शिफ्ट करवाना है, क्योंकि डड्डूमाजरा के साथ-साथ पूरा शहर इससे परेशान है। जबकि दूसरी बड़ी प्राथमिकता कजौली वाटर वर्क्स के पांचवें और छठे फेज का जो काम चल रहा है, उसका 29 एमजीडी पानी शहर के लिए लाकर किल्लत दूर करना है।
सवाल- लोकसभा चुनाव में आपकी क्या भूमिका रहेगी, किसे टिकट मिलनी चाहिए?
कालिया- पार्टी जिसे भी लोकसभा चुनाव की टिकट देगी, वे उसका साथ देंगे। लोकसभा चुनाव में सभी को साथ लेकर काम किया जाएगा। उनका प्रयास रहेगा कि पार्टी द्वारा किए गए कामों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके।
सवाल- जो क्रॉस वोटिंग हुई है, उस पर आपको क्या लगता है?
कालिया- हां, क्रॉस वोटिंग हुई है। उन्हें लगता है कि जिन्होंने क्रॉस वोटिंग की है, वह उनसे नाराज थे। उन्हें मनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्हें शहर के विकास के लिए उनका भी सहयोग चाहिए।
सवाल- आपके मेयर बनने पर कांग्रेस से इसे काला दिन कहा है?
कालिया- कांग्रेस पार्टी खुद चोर है ऐसे में वह दूसरों को कैसे चोर कह सकती है। कांग्रेस के अपने नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल, कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा, कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला के खिलाफ मामले दर्ज हो चुके हैं।
सवाल- अदालत के आदेश पर आपकी सैलरी भी अटैच करने के आदेश हुए हैं?
कालिया- मेरा जो मानदेय काटने के निर्देश हुए हैं, वह गलत है। वह उसे कोर्ट में चैलेंज करेंगे। जबकि उनका अभी तक अदालत ने पक्ष नहीं सुना है, ऐसे में वह दोषी नहीं है। मेरे वकील अदालत में 31 जनवरी तक अपना पक्ष रखेंगे।
सवाल- नगर निगम की वित्तीय हालत खस्ता है, इसे सुधारने के लिए क्या प्लान है?
कालिया- सांसद किरण खेर से बात करके नगर निगम की वित्तीय हालत सुधारने के लिए काम करेंगे। सबका सहयोग लेकर कंधे से कंधा मिलाकर काम किया जाएगा। जो उनकी पार्टी के पूर्व मेयरों ने काम किए हैं, उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा।
सवाल- शहर में यह मैसेज है कि आप सिर्फ नाम के लिए मेयर बने हैं, जबकि पीछे कोई और चलाएगा?
कालिया- ऐसा नहीं है। किसी की राय लेना कोई गलत नहीं है। अभी तक नगर निगम के जितने भी पूर्व मेयर रहे हैं, उन सबसे राय लेकर वित्तीय हालत को सुधारने का काम किया जाएगा।