मनीमाजरा को सेक्टर का दर्जा लेकिन सुविधा के नाम पर सिर्फ आश्वासन

मनीमाजरा को सेक्टर का दर्जा तो मिला लेकिन यहां के व्यापारियों को सुविधाएं गांव और कॉलोनियों के बराबर भी नहीं मिल रही। कोरोना काल में व्यापारियों का कारोबार ठप पड़ा है। यहां पर एक हजार से अधिक व्यापारी कारोबार कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:58 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:58 PM (IST)
मनीमाजरा को सेक्टर का दर्जा लेकिन सुविधा के नाम पर सिर्फ आश्वासन
मनीमाजरा को सेक्टर का दर्जा लेकिन सुविधा के नाम पर सिर्फ आश्वासन

जागरण संवाददाता, मनीमाजरा : मनीमाजरा को सेक्टर का दर्जा तो मिला, लेकिन यहां के व्यापारियों को सुविधाएं गांव और कॉलोनियों के बराबर भी नहीं मिल रही। कोरोना काल में व्यापारियों का कारोबार ठप पड़ा है। यहां पर एक हजार से अधिक व्यापारी कारोबार कर रहे हैं। उनका कहना है कि बेशक प्रशासन आर्थिक पैकेज न दे, लेकिन कम से कम बाजार की समस्याओं को तो प्राथमिकता से दूर किया जाए। मार्केट में बिजली और टेलीफोन की तारों का जाल बिछा हुआ है। पार्किंग न होने व रेहड़ी वालों की ओर से बाजार के मुख्य रास्ते पर कब्जा होने के कारण ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। समस्याओं से जूझ रहे मनीमाजरा की राणा हवेली के पास वाली मार्केट के व्यापारियों ने जागरण मंच के तहत दैनिक जागरण से अपने विचार सांझा किए। इस मौके पर मनीमाजरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष ओपी बुद्धिराजा व अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। व्यापारी अपनी मांगों को लेकर सांसद तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन न तो प्रशासन और न ही नगर निगम सुध ले रहा है। प्रस्तुति : करमजीत परवाना

कोट्स

व्यापारियों को टैक्स भरने के लिए सेक्टर-17 जाना पड़ता है। यही नहीं, कई बार तो टैक्स के इश्यू को लेकर व्यापारियों को कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। चाहे जीएसटी टैक्स का मामला हो या अन्य टैक्स का, इनके लिए व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। व्यापारी चाहते हैं कि एक टैक्स ब्रांच मनीमाजरा के सब ऑफिस में भी होनी चाहिए। इससे व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी।

प्रदीप बागरा वार्ड प्रधान, मनीमाजरा व्यापार मंडल व्यापारी इस मार्केट में दुकान तो खरीद लेता है, लेकिन उसे दुकान की एनओसी लेने के लिए सेक्टर-17 नगर निगम के चक्कर लगाने पड़ते हैं। कई बार तो एनओसी लेने में सालों लग जाते हैं। ऐसे में व्यापारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एनओसी न होने के कारण व्यापारियों को दुकान पर लोन भी नहीं मिल पाता।

सतबीर गर्ग, चेयरमैन अग्रसेन सेवा संगठन, मनीमाजरा

कभी समय था कि मनीमाजरा के बाजार में पंचकूला और आसपास के इलाके से लोग खरीदारी करने आते थे, लेकिन अब मार्केट में पार्किंग की समस्या की वजह से लोग मनीमाजरा में खरीदारी के लिए नहीं आते हैं। इसके पीछे नगर निगम और प्रशासन का मनीमाजरा की अनदेखी एक मुख्य कारण है। जिस कारण व्यापारियों को हमेशा ही सहूलियत का अभाव रहा है।

ब्रिज मोहन गुप्ता,

व्यापारी

मार्केट में अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है, जिस कारण ग्राहक बाजार के अंदर खरीदारी करने नहीं आते हैं। मेन मार्केट से राणा हवेली की ओर जाने वाली खोखा मार्केट में दुकानदारों ने अतिक्रमण की हद कर रखी है। उन्होंने दुकान के बाहर सड़क पर भी सामान लगाकर कब्जा कर रखा रखा है। हालात ऐसे हैं कि बाजार जाने वाली सड़क पर लोगों का चलना भी दूभर हो रहा है। बार-बार शिकायत के बावजूद भी इस अतिक्रमण को हटाया नहीं जा रहा है।

शाम सिंह, व्यापारी मार्केट में कोई शौचालय नहीं है, जिस कारण व्यापारियों और ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हम नगर निगम से चाहते हैं कि मार्केट में शौचालय का प्रबंध किया जाए।

विशाल गुप्ता, व्यापारी

मार्केट में सफाई को लेकर भी व्यापारियों में काफी रोष है। राणा हवेली से मोरी गेट तो मार्केट के दोनों ओर गंदे पानी के लिए नाली है, लेकिन इन नालियों में कभी सफाई नहीं होती। बरसात के दिनों में दोनों नालियां पूरी तरह जाम हो जाती हैं, जिसके चलते नालियों से गंदगी निकल कर सड़क पर आ जाती है।

नवनीत अरोड़ा, व्यापारी मेन मार्केट में बिजली की नंगी तारों का जाल बिछा हुआ है। जहां देखो चारों और तारें ही तारें दिखाई देती हैं। यहां तक कि कुछ तारों के गुच्छे तो छह फुट की ऊंचाई पर लटक रहे हैं। इन तारों के जाल के कारण कभी मार्केट में बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद इसके नगर निगम और बिजली विभाग कोई ध्यान नहीं देता है।

वरिदर बंसल, व्यापारी

कोरोना काल के कारण पूरी दुनिया में लॉकडाउन और क‌र्फ्यू लगाना पड़ा । छोटे व्यापारी को परेशानी झेलनी पड़ी। इस दौरान प्रशासन को व्यापारियों को राहत के लिए विशेष पैकेज देने चाहिए। इसके तहत व्यापारियों के बिजली के बिलों और पानी के बिलों में कम से कम 50 प्रतिशत छूट देनी चाहिए।

ओपी बुद्धिराजा, अध्यक्ष मनीमाजरा व्यापार मंडल

मार्केट में नगर निगम की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी 11 बजे आती है। ऐसे में सफाई करते हुए इलाके में गंदगी की बदबू फैल जाती है। ऐसे में ग्राहक भी खरीदारी करने से पहले ही मार्केट से निकल जाते हैं। मांग है कि कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी सुबह 10 बजे से पहले सफाई कर निकल जाएं, ताकि ग्राहकों को बदबू नहीं सहनी पड़े और वह खरीदारी आसानी से कर सकें।

संदीप बागरा,

व्यापारी

मार्केट की सड़क अभी दो माह पहले ही दोबारा से बनाई गई है, लेकिन सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़ने शुरू हो गए हैं। ऐसे में बरसात के दिनों में इन गड्ढों में पानी भर जाते हैं और पानी के कारण इलाके में मच्छर फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

सोनू चावला, व्यापारी

बाजार में पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने पुरानी कमेटी के दफ्तर को तोड़ कर पार्किग बनाई थी, लेकिन अब वह कम पड़ने लग गई है। ऐसे में प्रशासन को इसकी जगह मल्टी लेवल पार्किग का निर्माण करना चाहिए।

आकाश वासु, व्यापारी

बाजार में वाहनों की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि ग्राहकों को बाजार में घूमने में दिक्कतें आ रही हैं। हर दुकान के आगे आगे दो-तीन स्कूटर हमेशा ही खड़े रहते हैं। हम चाहते हैं कि मनीमाजरा के मेन बाजार को नो व्हीकल जोन बना दिया जाए। बाजार में केवल पैदल लोग ही आएं, फिर वो चाहे ग्राहक हो या फिर व्यापारी। इससे बाजार में साफ सुथरा रखा जा सकता है और बाजार में रौनक भी लौटेगी

विवेक गांधी,

व्यापारी

इस मार्केट में शुरू से सहूलियत का अभाव है। व्यापारी सालों से अधिकारियों से लेकर नेताओं और सांसदों को मिलकर इलाके की समस्याओं के हल के लिए मांग कर चुके हैं। हर बार हमें केवल आश्वासन ही मिला, पर हमने हार नहीं मानी ।

मोहन जैन, व्यापारी

इस मार्केट में पार्किंग भी बड़ी समस्या है। पार्किग के नाम पर मार्केट में मुख्य सड़क का एक छोटा सा हिस्सा है। मार्केट लगभग दो किलोमीटर में फैली हुई है, जिसमें 800 दुकानें हैं। रोजाना इन दुकानों पर हजारों की संख्या में ग्राहक भी आते हैं। लगभग सभी ग्राहक अपने-अपने वाहनों से आते हैं, जिसमें साइकिल, स्कूटर और कार भी शामिल है। जब भी ग्राहक दुकान के बाहर अपने वाहनों को खड़ा करते हैं तो जाम की स्थिति बन जाती है।

कुलदीप, व्यापारी

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