चडीगढ़ में खुले स्कूल, बारिश के वजह से कम पहुंचे बच्चे, पेरेंट्स का परमिशन लेटर साथ लाए स्टूडेंट्स

कोरोना संक्रमण के चलते कई दिनों से बंद चंडीगढ़ के स्कूल दोबारा शुरू हो गए हैं। हालांकि स्कूल में 9वीं से 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स को ही आनी की परमिशन है। वहीं बारिश के चलते पहले दिन कम ही छात्र स्कूल पहुंचे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 10:54 AM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 10:54 AM (IST)
चडीगढ़ में खुले स्कूल, बारिश के वजह से कम पहुंचे बच्चे, पेरेंट्स का परमिशन लेटर साथ लाए स्टूडेंट्स
गवर्नमेंट गर्ल्स सीनिय सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-18 में बच्चों को पढ़ाता शिक्षक।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर के सरकारी स्कूलों में आज से रौनक लौट आई है। प्रशासन के आदेशों के अनुरूप 19 जुलाई यानि सोमवार से सभी सरकारी स्कूलों को बच्चों के लिए खोल दिया गया है। कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल लंबे समय से बंद पड़े थे। हालांकि स्कूलों को कोविड गाइडलाइंस के तहत खोला गया है। 9वीं से 12वीं कक्षा के ही छात्रों को स्कूल बुलाया गया है। वहीं, सोमवार सुबह से ही शहर में हो रही बारिश के कारण बहुत ही कम संख्या में बच्चे स्कूल पहुंचे हैं। बता दें कि स्कूल सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक खुले रहेंगे। वहीं बच्चे साढ़े 8 बजे से एक बजे तक ही स्कूल में रहेंगे। शिक्षक सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 2 तक स्कूल में मौजूद रहेंगे। 

शिक्षा विभाग की हिदायतों के मुताबिक बच्चों को स्कूल आने के लिए पेरेंट्स का परमिशन लेटर भी मंगवाया गया है। ऐसे में जो अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं उन्हें एक सहमति पत्र स्कूल में देना होगा ऐसे में स्कूलों में पहुंचे बच्चे यह सहमति पत्र भी साथ लेकर आए हैं। स्कूल में पहुंचते ही गेट पर खड़े टीचरों और अन्य कर्मियों ने पहले बच्चों के परमिशन लेटर चेक किया। उसके बाद थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ सेनिटाइज करवाकर बच्चों को क्लास रूम में भेजा गया।

शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार, हर रोज कमरों को सेनिटाइज करवाया जाएगा। विद्यार्थियों के स्कूल आने और छुट्टी के समय मुख्य गेट पर शिक्षक की भी निगरानी के लिए तैनात किया गया है। हर विद्यार्थी को मास्क पहनने के साथ स्कूल और कक्षाओं में सामाजिक दूरी बनाकर रखने को कहा जाएगा स्कूलों ने मेन गेट पर सेनिटाइजर डिस्पेंसर लगाए गए हैं।

गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 21 की प्रिंसिपल सुखपाल कौर ने बताया कि बीते दिन जिन बच्चों ने बच्चों ने स्कूल आने के लिए सहमति दी थी, उनमें से 40 प्रतिशत बच्चे ही पहले दिन स्कूल पहुंचे हैं। शिक्षकों के मुताबिक बच्चों को स्कूल पहुंचने पर बताया गया है कि बच्चे एक दूसरे से कोई भी सामान शेयर नहीं करेंगे। एक क्लास रूम में पहले 20 छात्रों को बैठाया जाता था लेकिन संक्रमण के चलते अब 8-10 बच्चों के ही शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए बैठाया जा रहा है।

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