आठ करोड़ की लागत से बना स्कूल, दो वर्षो से मान्यता का इंतजार

स्टूडेंट्स को बेहतर सुविधाएं मिले इसके लिए शिक्षा विभाग प्रयास कर रहा है। इसी प्रयास के तहत विभाग ने आठ करोड़ की लागत से वर्ष 2019 में सेक्टर-12 में स्कूल इमारत का निर्माण भी कराया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:00 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 07:00 PM (IST)
आठ करोड़ की लागत से बना स्कूल, दो वर्षो से मान्यता का इंतजार
आठ करोड़ की लागत से बना स्कूल, दो वर्षो से मान्यता का इंतजार

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़

स्टूडेंट्स को बेहतर सुविधाएं मिले इसके लिए शिक्षा विभाग प्रयास कर रहा है। इसी प्रयास के तहत विभाग ने आठ करोड़ की लागत से वर्ष 2019 में सेक्टर-12 में स्कूल इमारत का निर्माण भी कराया। यह स्कूल दसवीं कक्षा तक के लिए तैयार किया गया था, लेकिन बदकिस्मती की बात है कि इमारत को बने दो सालों के बाद भी सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की तरफ से मंजूरी नहीं मिली है। सीबीएसई की इंसपेक्शन कमेटी शहर के विभिन्न स्कूलों को चेक करके वापस लौट चुकी है, लेकिन यह इमारत आज भी मंजूरी और स्टूडेंट्स के इंतजार में खड़ी है। यह है मामला-

अगस्त-सितंबर 2019 में प्रशासन के इंजीनियरिग विभाग ने आठ करोड़ की लागत से इमारत तैयार कर शिक्षा विभाग को हैंडओवर की। सही रख-रखाव नहीं होने के चलते फरवरी 2020 में स्कूल की इमारत में लाखों की चोरी हुई, जिसमें बिजली की तारों से लेकर खिड़कियों पर लगा हुआ सरिया तक चोर ले गए थे। उस समय विभाग ने पुलिस शिकायत की और स्कूल को शुरू करने का आश्वासन दिया। मार्च 2020 में कोरोना आया जिसके चलते पीजीआई ने मेडिकल टीम के लिए क्वांरटाइन सेंटर के तौर पर इमारत को इस्तेमाल किया। अक्तूबर 2020 को पीजीआइ ने क्वांरटाइन सेंटर को खाली कर दिया लेकिन हैरत की बात है कि शिक्षा विभाग वर्ष 2021 में आई सीबीएसई इंस्पेक्शन कमेटी को स्कूल इमारत नहीं दिखा पाया। खुड्डा जस्सु और पीजीआइ सराय के स्टूडेंट्स को मिला फायदा-

सेक्टर-12 में बनी हुई नई स्कूल इमारत से खुड्डा जस्सु और पीजीआइ सराय में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को फायदा होना था। दोनों स्कूलों में दसवीं कक्षा तक तीन हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे है। विभाग की तत्कालीन प्लानिग के अनुसार पीजीआई सराय के अलावा खुड्डा जस्सु की बड़ी क्लासों को नई इमारत में शिफ्ट करना था।

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