जीरकपुर नगर परिषद अध्यक्ष के आश्वासन पर माने सफाई कर्मचारी, 5 दिन बाद हड़ताल की खत्म
नगर परिषद अध्यक्ष उदयवीर सिंह ढिल्लों के आश्वासन के बाद पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे जीरकपुर डेराबस्सी व लालरू नगर परिषद के सफाई कर्मियों की जारी हड़ताल समाप्त हो गई। इससे लाेगाें काे बड़ी राहत मिली है।
जागरण संवाददाता, जीरकपुर। नगर परिषद अध्यक्ष उदयवीर सिंह ढिल्लों के आश्वासन के बाद पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे जीरकपुर, डेराबस्सी व लालरू नगर परिषद के सफाई कर्मियों की जारी हड़ताल समाप्त हो गई। सफाई कर्मियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बीती देर रात बैठक में डेराबस्सी नगर परिषद अध्यक्ष रनजीत सिंह रेड्डी व लालरू से नगर परिषद अध्यक्ष बिंदू रानी के पति मुकेश राणा विशेष रूप से मौजूद रहे। देर शाम अध्यक्ष उदयवीर सिंह ढिल्लों ने पंजाब के उपाध्यक्ष विनोद चुंग आदि के नेतृत्व में नगर परिषद कार्यालय में सफाई कर्मियों का धन्यवाद किया और नगर परिषद जीरकपुर की सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रदीप सूद को जूस पिलाकर उसकी भूख हड़ताल समाप्त करवाई।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों ने उदारता दिखाते हुए शहर के लोगों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मी शहर का हिस्सा है, लेकिन यह कैबिनेट स्तर का फैसला था, इसलिए यह स्थानीय नेताओं की पहुंच से बाहर था। उन्होंने कहा कि स्थानीय शासन मंत्री ब्रह्म महिंद्रा के आश्वासन के बाद सफाई कर्मियों ने हड़ताल समाप्त कर दी और शहर के सभी लोगों ने राहत की सांस ली। उन्होंने शहर के लोगों की भी सराहना की, जो इतने लंबे समय से सफाई कर्मियों का सहयोग कर रहे है।
सफाई कर्मियों के साथ हुए समझौते के अनुसार, उदयवीर ढिल्लों ने श्रमिकों को आश्वासन दिया कि आगामी कार्य सप्ताह के दौरान जीरकपुर, डेराबस्सी व लालडू नगर परिषदों के तहत काम करने वाले सफाई कर्मियों को नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे। दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों की मांगों पर पंजाब सरकार के आदेश के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी और उन्हें भी इंसाफ दिया जाएगा। समझौते के तहत, जो कर्मचारी अधिक उम्र के हो गए है, वह भी मजदूर के रूप में काम करते रहेंगे और भविष्य में उनके परिवारों से आउटसोर्स भर्ती की जाएगी। सफाई कर्मियों के नेताओं के बीच हुए समझौते के अनुसार शनिवार से सभी मजदूर अपने काम पर लौट आएंगे।
ज्ञात हो कि पिछले पांच दिनों से सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया था। सड़कों और गलियों को पार करना भी मुश्किल हो गया था, जिससे शहर के लोगों का धैर्य टूट गया और लोगों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया। लेकिन 3 दिसंबर को देर रात प्रशासन और सफाई कर्मियों के बीच समझौता होने पर शहर के लोगों ने राहत की सांस ली। समझौते के तहत शनिवार को भी सफाई कर्मियों ने शहर की सफाई शुरु कर दी।