शिअद 19 और बसपा 16 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार

पंजाब के बाद दिसंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव के लिए शिरोमणी अकाली दल का बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 11:59 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 11:59 PM (IST)
शिअद 19 और बसपा 16 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार
शिअद 19 और बसपा 16 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब के बाद दिसंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव के लिए शिरोमणी अकाली दल का बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन हो गया है, जिसकी औपचारिक घोषणा बुधवार को सेक्टर-24 के सैनी भवन में दोनों दलों के अध्यक्षों ने की। शिअद के अध्यक्ष हरदीप सिंह बुटरेला ने बताया कि गठबंधन सभी 35 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जिनमें से 19 सीटों पर अकाली दल, जबकि 16 सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। मालूम हो कि अब तक शिअद हमेशा ही नगर निगम चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन करके लड़ती आई है। किसान आंदोलन के दौरान गठबंधन टूटने के बाद चंडीगढ़ में भी अकाली दल ने भाजपा से किनारा कर लिया था। इस समय नगर निगम में अकाली दल का सिर्फ एक ही पार्षद है। पार्षद हरदीप सिंह ही अकाली दल के अध्यक्ष हैं।

प्रेस वार्ता के दौरान बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष जीएस कंबोज भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि घोषणा पत्र भी तैयार किया जाएगा। घोषणा पत्र जनता की राय और उनकी समस्याओं को देखते हुए बनाया जाएगा। चुनाव के दौरान पार्टी के सीनियर नेता भी प्रचार के लिए आएंगे। पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल के अलावा कई नेता प्रचार के लिए आएंगे। अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने बताया कि 20 से ज्यादा सीटें गठबंधन जीतेगा। पार्टी का मेयर बनेगा। अकाली दल के अध्यक्ष ने हाल ही में चुनाव आयोग के ड्रा पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने बताया कि जिसे हाई कोर्ट में चुनौती दी हुई है जिसकी सुनवाई शुक्रवार को होने की उम्मीद है। जो वार्ड आरक्षित वर्ग के लिए रिजर्व नहीं होना चाहिए वह भी हुए हैं। उनका कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद नए सिरे से वार्डबंदी और ड्रा होंगे। उन्होंने बताया कि वार्डबंदी से पहले कई एरिया दूसरे वार्ड में शिफ्ट हो चुके हैं, लेकिन उन्हें पहले वाले वार्ड में शामिल करके ड्रा किया गया है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यह साजिश के तहत किया है। ज्यादातर जिस वार्ड में गांव हैं उन वार्ड को रिजर्व किया गया है। ऐसा पहली बार है जब अकाली दल शहर में इतनी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो हर चुनाव में भाजपा अकाली के लिए चार सीटें छोड़ती आई है। किस वार्ड से कौन सा दल लड़ेगा चुनाव

वार्ड नंबर राजनीतिक दल 1 अकाली

2 अकाली

3 बसपा

4 बसपा

5 अकाली

6 अकाली

7 बसपा

8 अकाली

9 बसपा

10 अकाली

11 अकाली

12 बसपा

13 बसपा

14 अकाली

15 बसपा

16 बसपा

17 अकाली

18 बसपा

19 बसपा

20 बसपा

21 बसपा

22 अकाली

23 अकाली

24 अकाली

25 अकाली

26 बसपा

27 अकाली

28 बसपा

29 बसपा

30 अकाली

31 बसपा

32 अकाली

33 अकाली

34 अकाली

35 बसपा बसपा हमेशा अकेली लड़ती है चुनाव

बसपा अब तक अकेले ही नगर निगम चुनाव लड़ती आई है। 2011 के नगर निगम चुनाव में बसपा से दो सीटों पर जीत दर्ज की थी, जिनमें रामदरबार और बापूधाम की सीटें शामिल है। इससे पहले 2006 में भी बसपा ने एक सीट जीती थी, लेकिन 2016 के चुनाव में बसपा कोई भी सीट नहीं जीत पाई। पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन बसपा की सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, उस समय 70 हजार वोट धवन को मिले थे।

chat bot
आपका साथी