कोरोना से निपटने को चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में अलग नहीं होंगे नियम, बनेगा कमांड सेंटर
कोरोना संक्रमण का प्रकोप तीनों शहरों चंडीगढ़ पंचकूला और मोहाली में बढ़ता जा रहा है। ऐसे में चंडीगढ़ प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने तीनों शहरों के अधिकारियों की आज बैठक बुलाई है। मीटिंग में कोरोना से निपटने के लिए एक समान रणनीति बनाई जा सकती है।
चंडीगढ़, जेएनएन। अब चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली को अलग-अलग नहीं रखा जा सकता। यह शहर आपस में एकदम जुड़ चुके हैं। तीनों शहर के रेजिडेंट एक दूसरी जगह ट्रैवल करते हैं। लाखों लोगों की आवाजाही रहती है। पंजाब, हरियाणा के सेक्रेटेरिएट, हाई कोर्ट, विधानसभा सहित बहुत से सरकारी ऑफिस चंडीगढ़ में हैं। इसलिए एंट्री बाधित नहीं की जा सकती। खुद प्रशासक वीपी सिंह बदनौर यह स्पष्ट कर चुके हैं।
पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने ट्राईसिटी के लिए यूनिफाइड कमांड सेंटर सेटअप करने के निर्देश दिए थे। इसी को देखते हुए यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ तीनों के चीफ सेक्रेटरी की मीटिंग मंगलवार को बुलाई है। जिससे ट्राइसिटी में कोरोना से निपटने के लिए एक समान रणनीति तैयार की जा सके।
पंचकूला में लॉकडाउन, मोहाली में ऑड ईवन और चंडीगढ़ में मार्केट बंद
हालांकि प्रशासक वीपी सिंह बदनौर पहले से ही तीनों शहरों के अधिकारियों से कोविड वॉर रूम मीटिंग करते रहे हैं। लेकिन पंजाब, हरियाणा ट्राईसिटी की सोचने की बजाय पूरे राज्य को ध्यान में रख निर्देश जारी करते हैं। जिस वजह से तीनों शहरों में अलग-अलग नियम हैं। हरियाणा में लॉकडाउन है तो पंजाब में दुकानें अब ऑड-ईवन से खोलने की मंजूरी दी गई है। जबकि चंडीगढ़ में मार्केट बंद रखने के आदेश हैं। केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकान ही होम डिलिवरी के लिए खुल सकती है।
ट्राईसिटी में अलग-अलग नियम, लोगों को भी होती है परेशानी
ऐसे में ट्राईसिटीम में अलग-अलग नियम होने से लोगों को दुविधा रहती है। किसी शहर में मार्केट खुल रही हैं तो किसी में बंद हैं। जहां मार्केट खुलती है कस्टमर और साथ ही संक्रमण वहां ट्रांसफर हो जाता है। इसी तरह से हरियाणा में बाहर निकलने पर पाबंदी है। चंडीगढ़ में मूवमेंट पर रोक नहीं है। ऐसा ही अंतर मोहाली को लेकर भी रहता है। जो लोगों के लिए तो मुश्किल का सबब है ही प्रशासनिक स्तर पर भी उलझन पैदा करता है।