चंडीगढ़ में कम होंगे सड़क हादसे, शहर के 97 ब्लाइंड स्पॉट पर लगाए जाएंगे 107 कॉन्वेक्स मिरर
चंडीगढ़ में सड़क हादसों को रोकने के लिए नगर निगम और यूटी प्रशासन के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रयास से यह मिरर शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगाए जा रहे हैं। खास तौर पर यह मिरर रेजिडेंशियल एरिया के आसपास लगाए जाएंगे।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों (Chandigarh Traffic Rules) की अनदेखी, कई जगह सड़कों के डिजाइन और खतरनाक मोड़ सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह हैं। आंकड़ों के अनुसार 92 फीसद सड़क हादसों की वजह तेज रफ्तार, खतरनाक मोड़ पर वाहनों के साथ पेड़ों की टक्कर से होते हैं। इसके अलावा नशा, रेड लाइट जंप, कोहरे में गलत ड्राइविंग और रांग पार्किंग भी रोड एक्सीडेंट की मुख्य वजह साबित होती हैं। अब सड़क हादसों को कम करने के लिए शहर के 97 ब्लाइंड स्पॉट पर 107 कॉन्वेक्स मिरर लगने शुरू हो गए। जिसकी शुरुआत सुखना लेक से एडवाइजर धर्मपाल ने की है।
चंडीगढ़ नगर निगम और यूटी प्रशासन के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रयास से यह मिरर शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगाए जा रहे हैं। खास तौर पर यह मिरर रेजिडेंशियल एरिया के आसपास लगाए जाएंगे। इस मिरर में सामने वाला वाहन चालक दूसरी तरफ से आ रहे वाहन चालक को देख सकता है। जिससे हादसा होने से बचाव संभव है। शहर में बढ़ रहे सड़क हादसों को देखते हुए कॉन्वेक्स मिरर लगाने का फैसला लिया गया है। हालांकि यह प्रयास भी तभी सफल साबित होगा जब वाहन चालक अपनी जिम्मेदारी समझते हुए ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करेंगे।
वजह मौत(फीसद)
ओवर स्पीड - 92
रेड लाइट जंप - चार
ड्रंक एंड ड्राइव - तीन
रांग साइड ड्राइविंग - एक
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"शहर में सड़क हादसों को कम करने के लिए एक विशेष सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कॉन्वेक्स मिरर लगाए जा रहे हैं। इससे लोगों को खतरनाक मोड पर चलने वाले वाहनों चालकों को सामने से आने वाले वाहनों का पूर्वानुमान हो जाएगा। शहर वासियों से अपील की है कि लोग वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह से पालन करें। ताकि होने वाले हादसे ना हो सकें।
-मनीषा चौधरी, एसएसपी ट्रैफिक एंड सिक्योरिटी चंडीगढ़।