सॉपिस स्कूल का जबाव : फीस नहीं तो रोक दो परिणाम

स्कूल में पढ़ाई करानी है तो फीस देनी होगी यदि फीस नहीं मिलेगी तो मिलेगी तो हम स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोक देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 04:31 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 04:31 AM (IST)
सॉपिस स्कूल का जबाव : फीस नहीं तो रोक दो परिणाम
सॉपिस स्कूल का जबाव : फीस नहीं तो रोक दो परिणाम

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़ : स्कूल में पढ़ाई करानी है तो फीस देनी होगी, यदि फीस नहीं मिलेगी तो हम स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोक देंगे। परिणाम रोकने की अनुमति शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्राइवेट स्कूलों को दी है। यह जबाव मंगलवार को सॉपिस स्कूल सेक्टर-32 के डायरेक्टर अमरवीर सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट (सीसीपीसीआर) में दिया। उल्लेखनीय है कि स्कूल ने फीस नहीं देने वाले कुछ स्टूडेंट्स को क्लास से डिस्कनेक्ट करने की धमकी देने के साथ मिड टर्म एग्जाम के रिजल्ट को रोक दिया था। जिसके बाद अभिभावकों ने सीसीपीसीआर में शिकायत दी थी। डायरेक्टर सिद्धू ने अनुसार 20 नवंबर को प्राइवेट स्कूल एंट्री एडमिशन के समय फीस का मुद्दा उठा था तो विभाग के आला अधिकारियों ने फीस लेने और फीस नहीं मिलने पर परिणाम रोकने की बात कहीं है जो कि मौखिक थी। चंडीगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट नितिन गोयल ने कहा कि स्कूल की तरफ से नाम डिस्कनेक्ट करने की धमकी देना, मिड टर्म एग्जाम का परिणाम देना और एक टर्म की किताबें देने के बाद दूसरे टर्म की किताबें नहीं देना पूरी तरह से गलत है। मामला स्कूल और विभाग के बीच का है ऐसे में स्टूडेंट्स को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट एचएस मामिक ने कहा कि पंजाब एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार फीस लेने से हमें कोई नहीं रोक सकता है। 20 नवंबर को हुई एंट्री क्लास एडमिशन की पहली मीटिग में फीस का स्पष्टीकरण विभाग से मांगा है। जब तक विभाग क्लीयर नहीं करता तब तक अगले सत्र की एडमिशन नहीं होगी।

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