चंडीगढ़ प्रशासन में उठापटक का दौर जारी, फिर होगा फेरबदल, यशपाल गर्ग के पास रहेगा हेल्थ, विभाग में हड़कंप
हेल्थ डिपार्टमेंट अभी तक होम सेक्रेटरी के पास ही रहता रहा है। लेकिन पहली बार उन्हें हेल्थ नहीं सौंपा गया है। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यशपाल गर्ग को टेंपरेरी तौर पर हेल्थ सौंपा गया था। अतिरिक्त कार्यभार उन्हें दिया था।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। यूटी प्रशासन में तीन महीने से उठापटक का दौर चल रहा है। कुछ दिनों बाद ही अधिकारियों के विभाग बदल रहे हैं। एक अधिकारी को विभाग का काम समझ आने लगता है इतने में उससे वह विभाग ले लिया जाता है। अधिकारियों की आवाजाही की वजह से लगातार बदलाव हो रहे हैं।
अब होम सेक्रेटरी नितिन यादव को विभाग आवंटित करने की वजह से बदलाव हुआ है। लेकिन अभी भी बात यहां रुकने वाली नहीं है। एचसीएस विराट हरियाणा लौट गए हैं। तिलकराज जाने वाले हैं। एक दो पीसीएस अधिकारी भी पंजाब वापस जाएंगे। इनका कार्यकाल के बाद एक्सटेंशन पीरियड भी चंडीगढ़ में पूरा हो गया है। साथ ही यूटी प्रशासन के पास एचसीएस अधिकारियों का पैनल पहुंच चुका है। एक अधिकारी का नाम फाइनल भी कर लिया गया है। इस अधिकारी के ज्वाइन करते ही विभागों में फिर से फेरबदल करना पड़ेगा।
पहली बार होम सेक्रेटरी के पास हेल्थ डिपार्टमेंट नहीं होगा
हेल्थ डिपार्टमेंट अभी तक होम सेक्रेटरी के पास ही रहता रहा है। लेकिन पहली बार उन्हें हेल्थ नहीं सौंपा गया है। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यशपाल गर्ग को टेंपरेरी तौर पर हेल्थ सौंपा गया था। अतिरिक्त कार्यभार उन्हें दिया था। लेकिन उनकी कार्यप्रणाली को देखते हुए एडवाइजर धर्म पाल ने उन्हें अब परमानेंट तौर पर हेल्थ का चार्ज सौैंप दिया है। हालांकि यशपाल गर्ग की सक्रियता कर्मचारी संगठनों को रास नहीं आ रही। अब परमानेंट चार्ज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है।
टूरिज्म और ट्रांसपोर्ट नितिन यादव के पास रहेगा
नितिन यादव को होम के साथ पुलिस, जेल, रेवेन्यू, लॉ एंड जस्टिस, लोकल गवर्नमेंट, वॉटर रिसोर्सेज, ट्रांसपोर्ट, इंन्वायरमेंट एंड फॉरेस्ट, टूरिज्म सेक्रेटरी का चार्ज भी दिया गया है। इसके अलावा सिटको चेयरमैन भी नितिन यादव ही होंगे। पहले यह चार्ज चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट देबेंद्र दलाई को सौंपा गया था। ट्रांसपोर्ट और टूरिज्म को डीसी मनदीप सिंह बराड़ से लेकर नितिन यादव को दिए गए हैं। ट्रांसपोर्ट अमूमन दूसरे अधिकारी के पास रहता है। इस बार इसे होम सेक्रेटरी को ही सौंपा गया है।