पंजाब यूनिवर्सिटी और 195 कॉलेजों के तीन लाख स्टूडेंट्स को राहत, इस साल नहीं बढ़ेगी फीस

पंजाब यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड 195 कॉलेजों के करीब तीन लाख स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 06:29 AM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 06:29 AM (IST)
पंजाब यूनिवर्सिटी और 195 कॉलेजों के तीन लाख स्टूडेंट्स को राहत, इस साल नहीं बढ़ेगी फीस
पंजाब यूनिवर्सिटी और 195 कॉलेजों के तीन लाख स्टूडेंट्स को राहत, इस साल नहीं बढ़ेगी फीस

डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़

पंजाब यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड 195 कॉलेजों के करीब तीन लाख स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। पीयू प्रशासन कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल फीस में कोई इजाफा नहीं करेगी। इस संबंध पीयू कुलपति ने डीयूआइ की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में मौजूदा हालात को देखते हुए फीस नहीं बढ़ाने की सिफारिश की है। अब सिर्फ कुलपति प्रो. राजकुमार से मंजूरी मिलते ही फीस नहीं बढ़ाने की नोटिफिकेशन जारी कर दी जाएगी। पीयू प्रशासन हर साल पांच से दस फीसद तक विभिन्न कोर्स की फीस में इजाफा करता है, लेकिन बीते एक साल से कोरोना महामारी से बने हालात के बाद पीयू प्रशासन ने स्टूडेंट्स और छात्र संगठनों की मांग को देखते हुए फीस नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है। जानकारी अनुसार इस फैसले से पीयू कैंपस और एफिलिएटेड कॉलेजों के हर साल परीक्षा देने वाले 1.52 लाख के अलावा पीयू के ही पत्राचार विभाग (यूसोल) और प्राइवेट कैंडिडेट्स के तौर पर पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा। परीक्षा शुल्क में भी नहीं होगा इजाफा

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन को परीक्षा शुल्क के तौर पर हर साल करोड़ों की कमाई होती है। परीक्षा शुल्क पीयू प्रशासन की आमदनी का बड़ा जरिया है, लेकिन इस बार पीयू प्रशासन ने कोरोना महामारी को देखते हुए परीक्षा शुल्क में भी बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला लिया है। पीयू अधिकारियों के अनुसार इस बार परीक्षा फीस में कोई इजाफा नहीं किया गया है। उधर, एबीवीपी छात्र संगठन ने पीयू प्रशासन को पत्र लिखकर 2020 सत्र में ट्यूशन फीस के साथ दूसरे फंड में ली गई फीस को वापस करने की मांग की है। इस संबंध में वीसी को ज्ञापन भी दिया है। छात्र नेताओं का कहना है कि जब पूरे साल कक्षाएं ऑनलाइन लगी तो दूसरे हेड की फीस वापस की जानी चाहिए। एंट्रेंस से कमाए 10 करोड़ कब वापस होंगे

पीयू प्रशासन ने 2020 सत्र में नौ विभिन्न कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। स्टूडेंट्स से एंट्रेंस के नाम पर करीब 10 करोड़ की फीस ली थी। कोरोना महामारी के कारण कोई भी एंट्रेंस नहीं हो सका। ऐसे में पीयू ने स्टूडेंट्स से जुड़ी फीस को वापस नहीं किया। हाल ही में आरटीआइ एक्टिविस्ट डा. आरके सिगला ने एंट्रेंस के नाम पर पीयू की ओर से मोटी फीस वसूलने के मामले को उजागर किया गया। पूरे घटनाक्रम के बाद पीयू प्रशासन एंट्रेंस फीस वापस करने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं ले सका है। उधर, छात्र संगठन भी अब इस मामले को उठा रहे हैं।

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