कोरोना के चलते वाहनों की रजिस्ट्रेशन 35 फीसद तक हुई कम
कोरोना महामारी के चलते बीते साल रजिस्टरिग एंड लाइसेंसिग अथॉरिटी (आरएलए) में सबसे कम वाहनों की रजिस्ट्रेशन दर्ज की गई। करीब 35 फीसद तक वाहनों के रजिस्ट्रेशन में कमी दर्ज की गई। आरएलए के मुताबिक साल 2020 में 30259 वाहनों का पंजीकरण किया गया। जबकि साल 2019 में 459
- बीते साल सिर्फ 30,259 वाहनों का आरएलए के पास हुआ पंजीकरण
- मार्च से मई तक लाकडाउन के कारण बंद थीं सभी एजेंसी विशाल पाठक, चंडीगढ़
कोरोना महामारी के चलते बीते साल रजिस्टरिग एंड लाइसेंसिग अथारिटी (आरएलए) में सबसे कम वाहनों की रजिस्ट्रेशन दर्ज की गई। करीब 35 फीसद तक वाहनों के रजिस्ट्रेशन में कमी दर्ज की गई। आरएलए के मुताबिक साल 2020 में 30,259 वाहनों का पंजीकरण किया गया। जबकि साल 2019 में 45,984 वाहनों का पंजीकरण हुआ था। वाहनों के रजिस्ट्रेशन में आई कमी का मुख्य कारण कोरोना के चलते मार्च से मई 2020 तक शहर में लाकडाउन था। इसके चलते आरएलए और शहर के सभी आटोमोबाइल्स एजेंसी बंद थीं। इस बीच न तो वाहनों की खरीदारी हुई और न ही रजिस्ट्रेशन। सिर्फ 13,899 कारें बिकी पिछले साल
आरएलए के मुताबिक पिछले साल सिर्फ 13,899 कारें बिकीं, जबकि साल 2019 में 17,745 कारें खरीदी गई थी, जिनका रजिस्ट्रेशन किया गया था। उधर, दो पहिया वाहनों की अगर बात करें, पिछले साल सिर्फ 15,028 दो पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ। जबकि साल 2019 में 25,895 दो पहिया वाहनों की खरीदारी हुई थी। धनतेरस और नवरात्रों में हुई थी पिछले साल वाहनों की सबसे ज्यादा खरीदारी
कोरोना महामारी के चलते अनलाक के बाद पिछले साल धनतेरस और नवरात्रों में सबसे ज्यादा वाहनों की बिक्री हुई। अक्टूबर में 3,396 और नवंबर में 3,848 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि साल 2019 में अक्टूबर में 7,400 और नवंबर में 3,173 वाहनों की बिक्री हुई थी। साल 2019 में अक्टूबर में धनतेरसत और दीपावली के चलते वाहनों की सबसे अधिक बिक्री हुई थी। आरएलए में पिछले चार साल में वाहनों के हुए रजिस्ट्रेशन का डाटा
वर्ष कितने वाहनों का हुआ रजिस्ट्रेशन
2017 48,161
2018 47,051
2019 45,984
2020 30,259