पीजीआइ चंडीगढ़ के रेडियोथैरेपी विभाग के 50 साल पूरे, गोल्डन जुबली पर 100 से ज्यादा एलुमनी हुए शामिल

पीजीआइ चंडीगढ़ के रेडियोथैरेपी विभाग ने रविवार को अपने 50 साल पूरे कर लिए। इस मौके पर 50वीं वर्षगांठ पर गोल्डन जुबली मनाई गई। इस दौरान विभाग के 100 एलुमनी ने वुर्चअल कार्यक्रम में भाग लिया। विभाग की हेड प्रो सुष्मिता घोषाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 12:55 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 12:55 PM (IST)
पीजीआइ चंडीगढ़ के रेडियोथैरेपी विभाग के 50 साल पूरे, गोल्डन जुबली पर 100 से ज्यादा एलुमनी हुए शामिल
पीजीआइ चंडीगढ़ के रेडियोथैरेपी विभाग को 50 साल पूरे हो गए हैं। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पीजीआइ चंडीगढ़ के रेडियोथैरेपी विभाग ने रविवार को अपने 50 साल पूरे कर लिए। इस मौके पर 50वीं वर्षगांठ पर गोल्डन जुबली मनाई गई। इस दौरान विभाग के 100 एलुमनी ने वुर्चअल कार्यक्रम में भाग लिया। विभाग की हेड प्रो सुष्मिता घोषाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ.एससी शर्मा विशिष्ट अतिथि थे और उन्होंने विभाग की स्थापना से ही इसके विकास के बारे में बताया। बैठक में करीब सौ प्रतिभागी शामिल हुए।

वर्चुअल एलुमनी मीट में विभाग के कई वर्तमान और पूर्व डॉक्टरों ने भाग लिया। जो कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कैंसर केंद्रों में प्रमुख पदों पर हैं। उन्होंने इस अवसर पर पीजीआइ में अपने अनुभव साझा किए और विभाग के सभी युवा विकिरण ऑन्कोलॉजिस्ट के लिए ज्ञान और प्रेरणा के शब्द भी साझा किए। प्रोफेसर सुष्मिता घोषाल ने कहा कि आभासी मंच ने उन्हें इन कठिन कोविड समय के बीच इस शानदार उपलब्धि का जश्न मनाने में सक्षम बनाया और विभाग की योजना पिछले और वर्तमान के पूर्व छात्रों द्वारा पूरे वर्ष मासिक वार्ता आयोजित करने की है।

वहीं, थैलेसीमिया के मरीजों के लिए पीजीआइ में थैलेसेमिक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया। ट्रस्ट की ओर से यह 228 वां रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर में इस दौरान 97 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान के दौरान 14 लोगों को टेस्टिंग के दौरान मना कर दिया गया। इस दौरान इनकम टैक्स के अधिकारी संजीव कुमार धीमान ने रक्तदान कर अपना जन्मदिन मनाया। उनके साथ विभाग के विनीत सयाल और मनोहर मुंजाल मौजूद रहे।  ट्रस्ट के मेंबर सेक्रेटरी राजेंद्र कालरा ने जानकारी देते हुए बताया कि अगला रक्तदान शिविर 11 सितंबर को पीजीआइ में आयोजित किया जाएगा। 6 जून से लेकर कोरोना महामारी के दौरान पोस्ट की ओर से कुल 44 रक्तदान शिविर आयोजित किये गए। ट्रस्ट की ओर से थैलेसीमिया के मरीजों के लिए अब तक 4500 ब्लड यूनिट इकट्ठा किया जा चुका है।

राजेंद्र कालरा ने बताया कि ट्रस्ट 1985 से लेकर अब तक थैलेसीमिया के मरीजों के लिए रक्तदान शिविर और उनके इलाज के लिए कार्य कर रहा है ट्रस्ट की ओर से 450 से थैलेसीमिया के मरीजों का इलाज पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा पीजीआई और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 32 में इन मरीजों के लिए टुडे केयर सेंटर भी चलाया जा रहे हैं। यह मरीज पंजाब हरियाणा हिमाचल उत्तर प्रदेश और राजस्थान से ट्रस्ट के जरिए अपना इलाज करवा रहे हैं। कालरा ने बताया कि हर 15 से 20 दिन के अंतराल में थैलेसीमिया के मरीजों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है ऐसे में जो रक्तदान शिविर लगाकर ब्लड यूनिट इकट्ठा की जाती है उसके जरिए इन मरीजों का ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया जाता है।

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