नई वार्डबंदी लागू होने से पहले उठने लगे सवाल

मोहाली नगर निगम की नई वार्डबंदी को लेकर सरकार की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:25 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 05:10 AM (IST)
नई वार्डबंदी लागू होने से पहले उठने लगे सवाल
नई वार्डबंदी लागू होने से पहले उठने लगे सवाल

जागरण संवाददाता, मोहाली : मोहाली नगर निगम की नई वार्डबंदी को लेकर सरकार की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। जो नई वार्डबंदी का खाका तैयार हुआ है, उसमें खामियां ढूंढने के लिए अकाली दल ने अपने वर्करों व पूर्व पार्षदों को कहा है। श्रीआनंदपुर साहिब से पूर्व सांसद सदस्य प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने सोमवार को मोहाली में पत्रकारों के साथ बातचीत में ये बात कहीं। चंदूमाजरा ने कहा कि वार्डबंदी में जो खामियां है उस पर पहले डायरेक्टोरेट में आपत्ति जताई जाएगी। अगर बात न सुनी गई तो इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा। चंदूमाजरा ने कहा कि जो वार्डबंदी की गई है, उसमें कांग्रेसियों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है। जिन वार्डों पर अकाली दल का कब्जा था उन वार्डों को तोड़कर छह छह हिस्सों में बांट दिया गया है। जहां तक की कुछ सड़कों को भी चार चार वार्डो में दिखाया गया है। चंदूमाजरा ने कहा कि सरकार का काम जनता का विकास करना होता है न कि अपना विकास करना। लेकिन कांग्रेस सिर्फ अपना विकास करने में लगी हुई है। जोकि किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े। लंबे समय बाद अकाली दल भाजपा से हुआ अलग

सवाल के जवाब में चंदूमाजरा ने कहा कि लंबे समय के बाद अकाली दल भाजपा से अलग हुआ है। पार्टियों ने पहले ही घोषणा कर दी है कि सभी वार्डों पर अपने अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। ऐसे में परिणाम ही बताएंगे कि किस पार्टी के किस उम्मीदवार का शहर में कितना वर्चस्व है। चंदूमाजरा ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि अकाली किसानों के साथ खड़े है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से विधानसभा में पेश किए गए बिल सिर्फ गुमराह करने के लिए है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं। लेकिन इस लड़ाई में अकाली दल किसानों के साथ खड़ा है। वहीं अकाली दल के पूर्व पार्षदोंने भी नई वार्डबंदी पर सवाल उठाए। पूर्व पार्षदों ने कहा कि वे इस मामले को लेकर अदालत भी जाएंगे।

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