चंडीगढ़ में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पुटा ने दिया धरना, पीयू प्रशासन की कार्यशैली पर कसा व्यंग्य
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पुटा सदस्यों ने यह दिखाया कि गैर-शैक्षणिक वेबिनार आयोजित करने और उनकी संख्या गिनाने के बजाय शिक्षकों के लंबे समय से लंबित पड़े मुद्दों को हल करें। गौरतलब है कि सीएस का मुद्दा डेढ़ वर्ष से लंबित पड़ा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। मांगों को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पुटा) धरना मंगलवार को भी जारी रहा। श्री गुरु तेज बहादुर के शहीदी दिवस पर पीयू कैंपस बंद था। लेकिन अपनी मांगों को लेकर पुटा ने फिर भी धरना जारी रखा। पीयू प्रशासन की वर्तमान कार्यशैली पर व्यंग्य के रूप में एक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पुटा सदस्यों ने यह दिखाया कि गैर-शैक्षणिक वेबिनार आयोजित करने और उनकी संख्या गिनाने के बजाय, शिक्षकों के लंबे समय से लंबित पड़े मुद्दों को हल करें। इस विषय पर पुटा अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार और सचिव अमरजीत सिंह नौरा ने कहा की वीस को इन वेबिनार की गिनती करने की बजाय टीचर के हितों के बारे में सोचना चाहिए। जब तक पुटा सदस्यों की मांगो को पूरा नहीं किया जाएगा ,तब तक पुटा का धरना चालू रहेगा।
गौरतलब है कि सीएस का मुद्दा डेढ़ वर्ष से लंबित पड़ा है। लेकिन पुटा की नई कार्यकारिणी बनने के बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया। इस मामले को लेकर वाइस चांसलर और पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य में पूरी तरह से ठन चुकी है। आलम यह है कि कुलपति का निवास स्थान अब प्रदर्शन स्थल में बदल गया है। लगभग 6 दिनों से कुलपति के आवास के बाहर प्रदर्शन जारी है।
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