Punjab University UG & PG Course Exams : आंसर शीट जमा करने में छात्रों की मदद कर रही डॉ. सुमन मोर
डॉ. सुमन ने स्टूडेंट्स को आंसर शीट स्कैन कर एक साथ मेल में न भेजने के बजाय उसे विभिन्न भागो में बांट कर मेल करने को कहा। इससे स्टूडेंट्स को आंसर शीट भेजने में आसानी हो रही है।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। पंजाब यूनिवर्सिटी में चल रही यूजी और पीजी कोर्स परीक्षा में स्टूडेंट्स को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन हो रही परीक्षा में स्टूडेंट्स को विभिन्न तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। जिनसे स्टूडेंट्स पर विभिन्न प्रकार का मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पीयू के एक विभाग की चेयरपर्सन ऐसी है जिन्होंने विभाग के स्टूडेंट्स की मदद करने का मन बनाया। पर्यावरण विभाग की चेयरपर्सन डॉ. सुमन मोर ने कैंपस में यह अनोखी पहल की है।
दरअसल, स्टूडेंट्स को परीक्षा देने के बाद सबसे ज्यादा परेशानी आंसर शीट सब्मिट करने में आ रही थी। डॉ. सुमन ने बताया कि पहली बार स्टूडेंट्स ऑनलाइन एग्जाम दे रहे हैं। स्वाभाविक है कि उन्हें परेशानी भी होनी थी। एक टीचर होने के नाते, मैंने स्टूडेंट्स की मदद करने की ठानी। स्टूडेंट्स को आंसर शीट स्कैन कर एक साथ मेल में न भेजने के बजाय, उसे विभिन्न भागो में बांट कर मेल करने को कहा। इससे स्टूडेंट्स को आंसर शीट भेजने में आसानी हो रही है।
14 से 16 पेज को करना होता है स्कैन
स्टूडेंट्स को आंसर शीट के करीब 14 से 16 पेज स्कैन करने होते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स उन सभी पेज को एक ही मेल में अटैच कर भेज रहे थे। ऐसा करने से आंसर शीट की पीडीएफ फाइल को मेल में अटैच करने में काफी समय लग जाता है। भागो में बांटने से आसानी और जल्दी मेल आ जाती है।
खराब नेटवर्किंग में एक साथ मेल असंभव
डॉ. सुमन ने बताया कि इंटरनेट की धीमी स्पीड की समस्या इस समय हर जगह है। कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो इस समस्या के बावजूद अपने भविष्य को संवारने के लिए परीक्षा दे रहे हैं। खराब नेटवर्किंग में एक मेल में सभी शीट को भेजना भी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि आंसर शीट को विभिन्न पार्ट में भेजने से स्टूडेंट्स को आसानी हो रही है।