पंजाब को आबादी के हिसाब से नहीं मिल रही वैक्सीन और फंड, डॉ. हर्षवर्धन के समक्ष मुद्दा उठाएंगे प्रदेश के सांसद

पंजाब को आबादी के हिसाब से वैक्सीन व अन्य फंड नहीं मिल पा रहे जबकि पंजाब से अपेक्षाकृत कम आबादी वाले राज्य हरियाणा को पंजाब से अधिक मिल रहा है। पंजाब के सांसदों ने इस पर नाराजगी जताई है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 01:26 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 01:26 PM (IST)
पंजाब को आबादी के हिसाब से नहीं मिल रही वैक्सीन और फंड, डॉ. हर्षवर्धन के समक्ष मुद्दा उठाएंगे प्रदेश के सांसद
पंजाब को आबादी के हिसाब से नहीं मिल रही वैक्सीन। सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ [इंद्रप्रीत सिंह]। पंजाब गैर भाजपा शासित राज्य होने के कारण केंद्र सरकार क्या पक्षपाती रवैया अपना रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सांसदों के साथ हुई बैठक में उठे मुद्दों और राज्य को कोविड से लड़ने के लिए मिल रही सुविधाओं को यदि देखा जाए तो यह सही लग रहा है। बात चाहे वैक्सीन की सप्लाई की हो, ऑक्सीजन की हो या फिर अन्य जरूरी आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए नेशनल डिजास्टर रिलीफ फंड (एनडीआरएफ) से पैसा देने की, पंजाब के साथ पक्षपाती रवैया अपनाया जा रहा है।

बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ मेडिकल साइंसिस के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. प्यारा लाल गर्ग ने इसके आंकड़े भी एकत्रित किए हैं। यही नहीं, सांसदों की ओर से भी यह मुद्दा उठाने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें यह मामला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन के पास उठाने को कहा है। डॉ. गर्ग का कहना है कि संघीय ढांचे में केंद्र सरकार के लिए सभी राज्य एक जैसे ही होते हैं इसलिए जो भी चीज वे वितरित करते हैं, वहां की आबादी और जरूरत के हिसाब से समानानुपात में वितरित की जाती हैं। लेकिन, इस समय कोविड से लड़ने के लिए न तो वैक्सीन और ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में ऐसा हो रहा है और न ही आधारभूत ढांचे के लिए एनडीआरएफ से पूरा पैसा मिल रहा है।

डॉ. प्यारा लाल गर्ग ने बताया कि तीन मई तक के जो आंकड़े उन्होंने मंत्रालय से लिए हैं उसके अनुसार पंजाब को प्रति करोड़ की आबादी के पीछे 12.19 लाख वैक्सीन मिलीं, जबकि हरियाणा को 15.36, उत्तराखंड को 18.67 लाख डोज दी गई। अगर इन राज्यों की आबादी देखी जाए तो पंजाब की आबादी 3.04 करोड़, हरियाणा की 2.88 करोड़, हिमाचल प्रदेश की 75 लाख और उत्तराखंड की 1.11 करोड़ है।

डॉ. गर्ग ने कहा कि पंजाब में वैक्सीन की वेस्टेज भी कम है। पंजाब में यह 4.98 फीसद है, जबकि हरियाणा में यह 5.72 फीसद है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन की नई आपूर्ति में भी यही रवैया अपनाया जा रहा है। वैक्सीन कम मिलने की यही शिकायत सांसदों ने भी उठाते हुए कहा कि पंजाब के साथ पक्षपाती रवैया अपनाया जा रहा है। इस मामले को लेकर सभी सांसद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिलेंगे।

एनडीआरएफ के जरिए मिलने वाली राशि में भी इसी तरह के हो रहे पक्षपात पर डॉ. प्यारा लाल गर्ग सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब को पहली किस्त के रूप में 71.87 करोड़ रुपये मिले और हरियाणा को यह 75.88 करोड़ रुपये, दूसरी किस्त में पंजाब को 59.35 करोड़ रुपये मिले और हरियाणा को 62.42 करोड़ रुपये मिले हैं।

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