ट्राइंडेंट ने किया 2000 करोड़ के निवेश का ऐलान, मोहिंदरा ग्रुप पंजाब में लगाएगा ट्रैक्टर यूनिट
पंजाब इंडस्ट्रियल समिट मोहाली में शुरू हो गया है। सम्मेलन में सीएम उद्योपतियों को निवेश का न्योता दिया। इस दौरान कई उद्योगपति वर्चुअल तरीके से भी समिट से जुड़े। इस मौके पर वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, उद्योगों की स्थापना में राजनीतिक व नौकरशाही भ्रष्टाचार, नकारात्मक
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उद्योग जगत के प्रमुखों को राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने का आश्वासन देते हुए कहा है कि वह राज्य में उद्योगों की स्थापना में राजनीतिक व नौकरशाही के भ्रष्टाचार, नकारात्मक रवैये, देरी और जड़ता को बर्दाश्त नहीं करेंगे। चन्नी पंजाब इंडस्ट्रियल समिट में देश विदेश के विभिन्न औद्योगिक घरानों से वर्चुअल तौर पर बात कर रहे थे। आज की समिट में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के प्रमुखों ने राज्य में नए निवेश का भी ऐलान किया जिसमें ट्राइडेंट ग्रुप के राजिंदर गुप्ता ने अपने मौजूदा प्लांटों के प्रसार के लिए 2000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया। वहीं, एचयूएल के चेयरमैन संजीव मेहता ने 1200 करोड़ के निवेश का एलान किया।
अमिटी यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. अतुल चौहान ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया। इसके अलावा मोहिंदरा एंड मोहिंदरा ग्रुप के आनंद जी मोहिंदरा ने राज्य में अपने ग्रुप की तीसरी ट्रैक्टर यूनिट की घोषणा की साथ ही वह पठानकोट में एक होटल भी स्थापित करेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बहुत साधारण पृष्ठभूमि से आए हैं और आम लोगों को रोजमर्रा की चुनौतियों से गुजरते रहे हैं जिस कारण वह समस्याओं से वाकिफ हैं। कहा कि मैंने पंजाब के युवाओं को बड़ी मंजिलें छू लेने के सपने संजोते हुए देखा है।
चन्नी ने कहा कि हमारी सरकार इन सपनों को साकार करने के लिए वचनबद्ध है। औद्योगिक दिग्गजों का आह्वान करते हुए चन्नी ने कहा कि आपके पास पूंजी है, आप जोखिम उठाने की क्षमता भी रखते हो। मेरे पास इच्छाशक्ति है, मैं आज आपसे वादा करता हूं कि हमारी सरकार आपको अपनी योजनाओं को स्थापित करने, उनकी रफ्तार धीमी न पड़ने देने के लिए आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगी। मुख्यमंत्री ने सीधे विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए पंजाब को देश के पहले 10 राज्यों से निकाल कर पहले पांच राज्यों में शामिल करने की इच्छा जाहिर की।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से उद्योग लाओ और चलाओ की सुविधा से लैस 6000 एकड़ का लैंड बैंक विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने देश के चोटी की कंपनियों जिनमें होशियारपुर में जापानी सहयोग से यानमार इंडिया, इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड ,निजी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी पैट्रोलियम रिफायनरी बठिंडा, कपूरथला में आईटीसी कि उत्तरी भारत में सबसे बड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिट, आरती स्टील व मोहाली स्थित टोनसा यूनिट सहित अन्य औद्योगिक घरानों की ओर से पंजाब के विकास में दिए गए योगदान की भी सराहना की।
इससे पहले वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने राज्य में औद्योगिक करण का नया अध्याय लिखने के लिए उद्योग जगत के दिग्गजों द्वारा दिए गए योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही कृषि क्षेत्र में एक सफल मुकाम पर पहुंच चुका है और अब उद्योगों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों को दुनिया भर में अपनी मेहनत और बहादुरी के लिए जाना जाता है। इसी भावना से उन्होंने हरित क्रांति लाकर देश को खाद्यान्न पैदावार में आत्मनिर्भर बनाया।
उद्योग मंत्री गुरकीरत कोटली ने औद्योगिक घरानों को आश्वासन दिया कि नए यूनिट स्थापित करने के लिए आवश्यक मंजूरी देने संबंधी उन्हें पूरा सहयोग दिया जाएगा। मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि पंजाब सरकार राज्य को एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहती है और इसके विकास के लिए उद्योगों को आवश्यक सहयोग देने के लिए वचनबद्ध है ।इस अवसर पर अन्य के अलावा जेके पेपर मिल्स के एमडी हर्षपति सिंघानिया, सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संस्थापक और एमडी दिलीप सांघवी, इन्वेस्ट इंडिया के सीईओ दीपक बागला, हिंदूजा ग्रुप के प्रकाश पी हिंदूजा सहित देश की जानी-मानी हस्तियां मौजूद थीं।