पंजाब सरकार की अनदेखी, 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में संस्कृत के लिए एक भी पोस्ट नहीं

पंजाब सरकार ने 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए भर्ती निकाली है लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि संस्कृत विषय की इसमें अनदेखी की गई है। संस्कृत विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर लिए एक भी पोस्ट नहीं निकाली गई।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 01:49 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 02:35 PM (IST)
पंजाब सरकार की अनदेखी, 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में संस्कृत के लिए एक भी पोस्ट नहीं
पंजाब में संस्कृत में असिस्टेंट प्रोफेसर की एक भी भर्ती नहीं।

डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़। पंजाब के सरकारी कालेजों में इस समय संस्कृत पढ़ाने के लिए प्रोफेसर नहीं हैं। कुछ कालेजों में गेस्ट फैकल्टी के तौर पर 7 से 8 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की गई है। ऐसे हालात में पंजाब में संस्कृत भाषा के उत्थान का विचार भी नहीं किया जा सकता। पंजाब सरकार इस मामले में पूरी तरह से अनदेखी कर रही है। हाल ही में पंजाब सरकार ने सभी सरकारी कालेजों में 1158 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला लिया है। पंजाबी,हिंदी, और अंग्रेजी विषयों के लिए तो भर्ती में पोस्ट निकाली गई हैं, लेकिन संस्कृत विषय के लिए एक भी पोस्ट पर भर्ती नहीं की जा रही।

पंजाब सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध होना शुरू हो गया है। संस्कृत शिक्षक नहीं होने से अब पंजाब के स्कूलों से कालेज जाने वाले स्टूडेंट्स के पास संस्कृत विषय लेने का विकल्प ही नहीं बचा है। मामले के विरोध में संस्कृत विषय से जुड़े शिक्षकों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है। शिक्षकों का आरोप है कि पंजाब सरकार सीधे तौर पर संस्कृत को पंजाब की धरती से खत्म करना चाहती है, जबकि संस्कृत गीता, पतंजलि की धरती रही है।

संस्कृत भारती पंजाब के अध्यक्ष डा. हर्ष मेहता का कहना है कि संस्कृत के साथ पंजाब सरकार की अनदेखी सही नहीं है। कुछ समय पहले ही पंजाब के सरकारी कालेज से संस्कृत प्रोफेसर के पद से रिटायर हुए डा. हर्ष मेहता ने अनुसार 1988 के बाद से संस्कृत विषय के प्रोफेसर पद पर कोई भर्ती नहीं हुई है। ऐसे में आज पंजाब के कालेजों में स्टूडेंट्स संस्कृत भाषा को पढ़ पाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि इस समय पंजाब के सरकारी कालेजों में सात से आठ गेस्ट टीचर्स ही कार्यरत हैं, जबकि तीस से अधिक पोस्ट खाली पड़ी हैं। पूरे पंजाब में सिर्फ एक या दो संस्कृत प्रोफेसर हैं उनमें से भी प्रिंसिपल पद पर प्रमोट हो चुके हैं।

अधिकतर प्रोफेसर कोरोना काल में ही रिटायर हो गए और कालेजों के स्टूडेंट्स को खुद ही पढ़ाई कर परीक्षा देनी पड़ी है। अब अगर कालेज में शिक्षक ही नहीं होंगे तो कोई स्टूडेंट संस्कृत विषय में दाखिला क्यों लेगा। डा. हर्ष ने बताया कि उन्होंने पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखकर 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों में संस्कृत के खाली 30 से 35 पदों को भी भरने की मांग की है। उन्होंने बताया कि पहले कभी जिला स्तर पर कालेजों में दो प्रोफेसर होते थे, आज कालेजों में एक भी टीचर नहीं है।

सरकारी कालेज पटियाला में गेस्ट फैकल्टी के तौर पर कार्यरत्त ओमनदीप शर्मा ने कहा कि कालेजों में संस्कृत विषय खत्म किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब शिक्षक ही नहीं होगा तो संस्कृत की विरासत को कैसे सहेज कर रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वह भी करीब तीन वर्षों से गेस्ट टीचर के तौर पर काम कर रहे हैं। गेस्ट टीचर्स को वेतन भी काफी कम मिलता है। पंजाब में हरियाणा और चंडीगढ़ के कांट्रेक्ट शिक्षकों के बराबर भी वेतन नहीं दिया जा रहा। ओमनदीप शर्मा ने बताया कि पांच बार यूजीसी नेट, दो किताबें, दस रिसर्च पेपर के साथ इस समय पीएचडी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतनी पढ़ाई के बाद भी जब रेगुलर नौकरी नहीं मिलेगी तो भावी युवा क्यों संस्कृत को पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि किसी समय पंजाब के सरकारी कालेजों में 48 पोस्ट होते थी, लेकिन इन दिनों दस से भी कम गेस्ट टीचर्स विभिन्न कालेजों में पढ़ा रहे हैं।

पीयू सीनेटर ने मुख्यमंत्री चन्नी को लिखा पत्र

पंजाब में अगले दो महीने में होने वाली 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर होने वाली भर्ती के नियमों को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेटर और डीएवी कालेज सेक्टर-10 में प्रोफेसर डा. समिंदर सिंह संधू ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए निर्धारित उम्र 37 साल को बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सरकारी कालेजों में कार्यरत्त गेस्ट और कांट्रेक्ट शिक्षकों को भी अनुभव और उम्र का लिभा दिया जाना चाहिए। पत्र में डा. संधू ने लिखा है कि असिस्टेंट प्रोफेसर की एंट्री लेवल की उम्र पहले 42 वर्ष थी, जिसे घटाकर 37 कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने लिखा कि आज असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीजी के साथ जी यूजीसी नेट और पीएचडी जरुरी है,जिससे युवाओं को उम्र में छूट दी जानी चाहिए।

किस विषय में कितने पदों पर होगी भर्ती अंग्रेजी 154  पंजाबी 142 हिस्ट्री 73 गणित 73 केमिस्ट्री 71 कामर्स 70 कंप्यूटर साइंस 56 फिजिकल एजुकेशन 564 इकोनामिक्स 53 फिजिक्स 47 जूलाजी 40 बाटनी 39 हिंदी-30

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