पंजाब को मिली कोरोना वैक्सीन, चंडीगढ़ में की गई स्टोर, आज से जिलों में भेजी जाएगी
Corona Vaccine पंजाब के लिए काेरोना वैक्सीन की खेप पहुंच चुकी है और इसे चंडीगढ़ में स्टोर किया गया है। पंजाब के जिलों में आज से काेरोना वैक्सीन भेजी जाएगी। चंडीगढ़ से राज्य के जिलों में सुरक्षित तरीके से वैक्सीन जिलों में भेजी जाएगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। Corona Vaccine in Punjab: पंजाब के जिलों में आज से कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पहुंचनी शुरू हो जाएगी। पंजाब के लिए काेरोना वैक्सीन की खेप मंगलवार को पहुंची और इन्हें चंडीगढ़ मे स्टोर किया गया है। इस तरह वैक्सीन को लेकर पंजाब का इंतजार खत्म हो गया है। केंद्र सरकार ने पंजाब के लिए कोवीशील्ड वैक्सीन की 20,450 वायल्स (शीशियां) भेजी हैं।
पहले चरण में वैक्सीन की 20,450 वायल्स पहुंचीं, हर वायल में हैं वैक्सीन की 10 खुराक
हर वायल में वैक्सीन की 10 खुराक हैं यानी पंजाब को पहले चरण में 2,04,500 खुराक मिल गई हैं। मंगलवार दोपहर चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची वैक्सीन को चंडीगढ़ के सेक्टर 24 में स्टेट वैक्सीन स्टोर में रखा गया है। आज से पंजाब के जिलों को वैक्सीन की सप्लाई दी जाएगी।
पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि राज्य सरकार 16 जनवरी को 110 स्थानों पर हेल्थकेयर वर्करों के टीकाकरण के लिए पूरी तरह तैयार है। हर लाभार्थी को कोरोना वैक्सीन की दो खुराक दी जाएगी। पहली खुराक देने के बाद दूसरी खुराक 28 दिन के अंतराल पर दी जाएगी। टीकाकरण के लिए हर जिले में पांच स्थानों का चयन किया गया है। जहां हर स्थान पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा।
आज जिलों में पहुंचेगी सप्लाई, 16 जनवरी को 110 स्थानों पर हेल्थकेयर वर्करों का टीकाकरण
इनमें से मोहाली के जिला अस्पताल व जीएमसी अमृतसर में केंद्र सरकार के साथ दो जगह का सीधा प्रसारण (वेबकास्ट) किया जाएगा। हर एक टीकाकरण सेशन के प्रबंधन के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा कि कोवीशील्ड वैक्सीन आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर तैयार की गई है। भारत में वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है।
वैक्सीनेशन के लिए यह है व्यवस्था-
-- पांच वैक्सीनेशन अधिकारी ऐसे करेंगे सेंटर पर काम
- पहला अधिकारी प्रवेश द्वार पर ही यकीनी बनाएगा कि केवल योग्य लाभार्थी ही अंदर दाखिल हो।
- दूसरा अधिकारी कोविन ऐप पर लाभार्थी का सत्यापन करेगा।
- तीसरा अधिकारी इंट्रामस्क्यूलर के तौर पर टीका लगाएगा।
- चौथा अधिकारी एइएफआइ (टीकाकरण के बाद एडवर्स इफेक्ट) की निगरानी के लिए अवलोकन कक्ष में तैनात होगा।
- पांचवां अधिकारी लाभार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
- इसके अलावा टीकाकरण को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सुपरवाइजर व एइएफआइ प्रबंधन केंद्र में नोडल अधिकारी भी तैनात होंगे।
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