चंडीगढ़ में BSNL टावर पर चढ़ा पंजाब का शिक्षक अभी तक नहीं उतरा, दो दिन दो रातें टावर पर गुजारीं
चंडीगढ़ सेक्टर-4 स्थित पंजाब एमएलए हॉस्टल के सामने बीएसएनएल के मोबाइल टावर पर चढ़ा पंजाब शिक्षा विभाग में कार्यरत एक शिक्षक अभी तक नीचे नहीं उतरा है। टावर पर चढ़े शिक्षक स्वर्ण सिंह दो रातें टावर पर ही गुजार चुका है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ सेक्टर-4 स्थित पंजाब एमएलए हॉस्टल के सामने बीएसएनएल के मोबाइल टावर पर चढ़ा पंजाब शिक्षा विभाग में कार्यरत एक शिक्षक अभी तक नीचे नहीं उतरा है। हालांकि उसे नीचे उतारने की लाख कोशिशें की जा चुकी हैं लेकिन वह नीचे आने को तैयार नहीं है।
टावर पर चढ़े शिक्षक स्वर्ण सिंह ने शनिवार और रविवार रात टावर पर ही गुजारी। वह दो रातें टावर पर ही गुजार चुका है। वह आज फाइनेंस विभाग के अधिकारियों के साथ बातचीत कर सकता है। यदि बातचीत सकारात्मक रही तो वह नीचे उतर सकता है। इससे पहले रविवार शाम को चंडीगढ़ के एसपी सिटी भी पहुंचे थे। स्वर्ण सिंह को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन वह नीचे उसने इंकार कर दिया था और अपने ऊपर दोबारा से पेट्रोल छिड़क लिया था। टीचर स्वर्ण सिंह ने कहा था कि सोमवार को फाइनेंस डिपार्टमेंट के अधिकारी आएंगे, तब वह नीचे उतरेगा। स्वर्ण सिंह पंजाब के बरनाला स्थित एक गांव में प्राइमरी टीचर है।
अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल और मजीठिया भी पहुंचे थे मनाने
कांट्रैक्ट टीचर स्वर्ण सिंह शनिवार सुबह ही पेट्रोल की बोतल लेकर टावर पर चढ़ा गया था। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची और शिक्षक को नीचे उतारने की कोशिश की गई। शिक्षक जिस मोबाइल टावर पर चढ़ा है वह पंजाब एमएलए हॉस्टल के ठीक सामने है। शिक्षक को टावर से नीचे उतारने के लिए चंडीगढ़ पुलिस कई बार प्रयास कर चुकी। हालांकि वह हर बार अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने या कूदने की धमकी देता है। उसे मनाने के लिए अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल और मजीठिया पहुंचे, लेकिन उसने किसी अधिकारी और नेता की एक नहीं सुनी। पंजाब शिक्षा विभाग के सचिव भी शिक्षक को मनाने पहुंचे और उससे नीचे उतरने का अनुरोध किया, लेकिन वह नहीं माना। बता दें कि पंजाब में 180 अध्यापकों के निकाले जाने के विरोध में सोहन सिंह नाम यह शिक्षक टावर पर चढ़ गया है। वह बस एक ही बात दोहरा रहा है कि 180 ईटीटी टीचरों की फाइल एफडी से अप्रूव करवाई जाए।