पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को झटका, सलाहकार प्यारा लाल गर्ग ने भी दिया इस्तीफा, माली पहले ही छोड़ चुके पद
विवादों में घिरे मालविंदर सिंह माली के बाद अब डा. प्यारा लाल गर्ग ने भी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू का सलाहकार पद छोड़ दिया है। गर्ग ने पुष्टि की है कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में सिद्धू को अवगत करवा दिया है।
राज्य ब्यूरो.चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के सलाहकार रहे बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार डा. प्यारा लाल गर्ग ने भी खुद को सलाहकार लगाए जाने वाली सहमति को वापस ले लिया है। इससे पहले विवादित टिप्पणी के बाद मालविंदर सिंह माली नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार का पद छोड़ चुके हैं।
डा. गर्ग जाने माने सर्जन हैं। वह एजुकेशन एक्टिविस्ट भी हैं। उन्होंने अपने फैसले के बारे में नवजोत सिद्धू को अवगत करवा दिया है। डा. गर्ग ने इसकी पुष्टि की है। गर्ग के निकटवर्तियों ने कहा कि उन्होंने पत्र में कहा कि सिद्धू कांग्रेस में नए विचार लाने वाले व्यक्ति हैं, पर उनके खिलाफ गलत खबरों को फैलाकर उन्हें देश से बाहर निकालने की साजिशें रची जा रही हैं।
गर्ग ने कहा कि ऐसे लोग सिद्धू के बहाने उनकी भी आवाज को दबाने में लगे हुए हैं, इसलिए उन्होंने जो सलाहकार बनने की सहमति दी थी वह वापस लेते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सिद्धू अपनी गंभीर योजनाओं पर अमल करने में कामयाब होंगे। डा. गर्ग जो पंजाब के हितों, मजबूत संघवाद और समानता के लिए लंबे समय से आवाज उठाते रहे हैं, ने कहा कि वह इन मुददों पर बोलना बंद नहीं करेंगे।
बता दें, मालविंदर सिंह माली व प्यारा लाल गर्ग विवादित टिप्पणी के कारण विरोधियों के निशाने पर थे। इसको लेकर पंजाब में राजनीति गरमा गई थी। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को उन्हें तलब करना पड़ा था। मालविंदर सिंह माली पहले ही पद छोड़ चुके हैं। अब प्यारा लाल गर्ग ने भी सलाहकार का पद छोड़ दिया है।
एससी आयोग ने लिया चन्नी के विरुद्ध सोशल मीडिया पर जातिसूचक टिप्पणी करने का सू-मोटो नोटिस
वहीं, राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में सोशल मीडिया पर जातिसूचक टिप्पणी करने का सू-मोटो नोटिस लिया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग की चेयरपर्सन तेजिंदर कौर ने बताया कि फेसबुक पर एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री के बारे में जातिसूचक और अभद्र टिप्पणी की थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल है। चेयरपर्सन ने इन टिप्पणियों का सू-मोटो नोटिस लेते हुए डायरेक्टर, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन पंजाब को अत्याचार निवारण एक्ट 1989 के सेक्शन 3(1) के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा कार्रवाई रिपोर्ट 29 सितंबर, 2021 को पेश करने के लिए कहा है।