पंजाब केे सीएम अमरिंदर का योगी सरकार पर निशाना, BJP की 'दलित इंसाफ यात्रा' पर उठाए सवाल
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा की राज्य में दलित इंसाफ यात्रा पर सवाल उठाए हैं। इसके बहाने उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब को जातीय आधार पर बांटना चाहती है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा निकाली जाने वाली दलित इंसाफ यात्रा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस यात्रा के बहाने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और उनकी सरकार पर हमला बोला है। कैप्टन ने योगी का नाम लिए बगैर कहा उप्र में भाजपा की सरकार है और वहां सबसे ज्यादा दलितों पर अत्याचार हुआ है। देश में कुल दलित अत्याचार केसों में से 25 फीसद उप्र से संबंधित हैं। यही नहीं उत्तर प्रदेश में दलित अत्याचार के मामले 2018 से बढ़े हैं।
कहा- पंजाब को जातीय आधार पर बांटना चाहती है भाजप, शांति भंग होने की इजाजत नहीं देंगे
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा पंजाब को जातीय आधार पर बांट कर अपने राजनीतिक हितों को साधना चाहती है। भाजपा की यह विभाजनकारी रणनीति पंजाब में कभी सफल नहीं होगी और वह राज्य की शांति को भंग करने की इजाजत भगवा पार्टी को नहीं देंगे।
देश में कुल दलित अत्याचारों केसों में से 25 फीसद उप्र से संबंधित
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि किसान विरोधी असंवैधानिक कृषि कानूनों के कारण लोगों ने भाजपा को नकार दिया है। ऐसे में वह लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए नाटक कर रही है। हकीकत यह है कि दलितों के लिए केंद्रीय पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप को भाजपा सरकार ने अचानक वापिल ले लिया। इसके कारण लाखों विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित हो गए थे।
कैप्टन ने कहा कि केंद्र सरकार के पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप योजना को वापस लेने से राज्य सरकार पर 800 करोड़ रुपये का बोझ पड़ गया है। वित्तीय संकट से गुजरने के बावजूद पंजाब सरकार ने अपनी बीआर अंबेडकर एससी पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। यह भाजपा को रास नहीं आ रही है। इसीलिए भाजपा अपनी जनविरोधी हरकतों के लिए 'फूट डालो और राज करो' की रणनीति अपना रही है।