पंजाब बंद का असरः चंडीगढ़ बॉर्डर सील, दुकानें खुली लेकिन ट्रांसपोर्ट के पहिए रूके
शुक्रवार सुबह को मोहाली जिले के जीरकपुर में बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। बाजार की ज्यादातर दुकानें खुली होने के साथ चंडीगढ़ और पंचकूला तक चलने वाले ऑटो चलते हुए दिखे। वहीं दिल्ली और पटियाला रोड़ पर आवाजाही आम दिनों से 80 प्रतिशत तक कम देखने को मिली।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। पंजाब बंद के चलते चंडीगढ़ के बाॅर्डर को सुबह से ही सील कर दिया है, हालांकि चंडीगढ़ जीकरपुर बॉर्डर के साथ लगती जीकरपुर की दुकानें खुली देखने को मिली। वहीं ट्रांसपोर्ट की पहिया थमे हुए दिखे। उल्लेखनीय है कि किसानों की तरफ से कृषि कानून के विरोध में पंजाब बंद का निर्णय लिया है, जिसके चलते पंजाब में दुकानों से लेकर अन्य कार्यो को बंद करने का निर्णय लिया था। किसानों का सहयोग विभिन्न राजनीतिक पार्टियां भी कर रही है।
शुक्रवार सुबह को मोहाली जिले के जीरकपुर में बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। बाजार की ज्यादातर दुकानें खुली होने के साथ चंडीगढ़ और पंचकूला तक चलने वाले ऑटो चलते हुए दिखे। वहीं दिल्ली और पटियाला रोड़ पर आवाजाही आम दिनों से 80 प्रतिशत तक कम देखने को मिली।
मोहाली में अधिकतर बाजार बंद रहे, इक्का-दुक्का दुकानें ही खुली। (फोटो: दैनिक जागरण)
सड़कें रही खाली
पंजाब से चंडीगढ़ आने के लिए सुबह 11 बजे तक सड़कों पर जाम देखने को मिलता है। दो किलोमीटर का सफर तय करने में 15 से 30 मिनट का समय लगना आम बात है, लेकिन पंजाब बंद के चलते सड़के आमतौर पर खाली देखने को मिली और चंडीगढ़ बॉर्डर तक किसी प्रकार का कोई जाम नहीं मिला।
चंडीगढ़ पुलिस के साथ चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट भी बॉर्डर मिला तैनात
विरोध करते हुए किसान चंडीगढ़ में एंट्री नहीं कर सके। इसके लिए बॉर्डर पर चंडीगढ़ पुलिस तो तैनात दिखी। इस मौके पर चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट की बसें भी बड़ी संख्या में खड़ी मिली। जीरकपुर के साथ लगते चंडीगढ़ के एरिया में बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला।
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