स्कूली शिक्षा में PGI रिपोर्ट में पंजाब व चंडीगढ़ नं. 1, कैप्टन अमरिंदर सिंह बोले- Well Done
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी परफारमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में पंजाब व चंडीगढ़ ने टाप स्थान हासिल किया है। इसके अलावा तमिलनाडु केरल व अंडमान-निकोबार भी पहले स्थान पर हैं। पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने इस पर खुशी जताई है।
जेएनएन, चंडीगढ़। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए उठाए गए कदमों का असर पंजाब में दिख रहा है। शिक्षा मंत्रालय की ओर से स्कूली शिक्षा में होने वाले बदलावों को लेकर जारी परफारमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI) की रिपोर्ट में पंजाब व चंडीगढ़ सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शीर्ष पर रहे हैं। यहां स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बदलाव देखा गया है। इसके अलावा तमिलनाडु, केरल व अंडमान-निकोबार भी पहले स्थान पर हैं। पंजाब की सफलता पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्री विजय इंदर सिंगला, शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार, समस्त शिक्षकों को बधाई दी है। कहा यह सब उन्हीं के प्रयासों से संभव हुआ है।
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि यह कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के निरंतर और ठोस प्रयासों का ही नतीजा है कि पंजाब ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआइ) 2019-20 में पहला स्थान हासिल किया है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने अध्यापकों, अधिकारियों और शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारियों को भी पंजाब को पीजीआइ के शीर्ष स्थान पर लाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए बधाई दी, जो कि स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 70 मापदंडों के आधार पर जारी की गई है।
My congratulations to our EM @VijayIndrSingla, Secretary Krishan Kumar & their entire team of teachers whose tireless dedication has helped Punjab secure top position in the national Performance Grading Index of School Education released by @EduMinOfIndia. Keep it up! pic.twitter.com/SaVmOty2Ti
विजय इंदर सिंगला ने कहा कि साल 2017 में सरकार संभालने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने न केवल नई पहलकदमियां शुरू कीं, बल्कि और भी कई सुधारों की शुरूआत की है जो हर स्तर पर जरुरी और अनुकूल शैक्षिक नतीजे लाने में सहायक हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्मार्ट स्कूल नीति, ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, प्रबंधक स्तर के पदों की पीपीएससी द्वारा सीधी भर्ती, प्री-प्राईमरी क्लासों की शुरूआत, आनलाइन शिक्षा और पंजाब स्मार्ट कनेक्ट स्कीम के अंतर्गत मुफ्त स्मार्टफोन के वितरण के अंतर्गत स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार का आधार बन गया है।
सिंगला ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा लाए गए सुधारों और नए कदमों के अलावा शिक्षा विभाग के अध्यापकों और अफसरों द्वारा की गई कड़ी मेहनत ने भी पंजाब को स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल दर्जे पर लेकर आने के लिए अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने न सिर्फ विद्यार्थियों को मानक शिक्षा आनलाइन माध्यम के द्वारा मुहैया करवाई, बल्कि किताबें, वर्दी और यहाँ तक कि मिड डे मील का राशन भी उनके घरों तक पहुँचाया है।