प्रोफेसर की पत्नी के कत्ल के 21 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में दीवाली की रात (3-4 नवंबर) यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) के वरिष्ठ प्रोफेसर की पत्नी के कत्ल मामले में 21 दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं लग सका।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 07:29 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 07:29 AM (IST)
प्रोफेसर की पत्नी के कत्ल के 21 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
प्रोफेसर की पत्नी के कत्ल के 21 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में दीवाली की रात (3-4 नवंबर) यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) के वरिष्ठ प्रोफेसर की पत्नी के कत्ल मामले में 21 दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं लग सका। पीयू के हाई सिक्योरिटी एरिया कुलपति के बंगले के साथ लगती कोठी में किसी ने प्रोफेसर की पत्नी की हत्या की और अभी तक फरार है। मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ है। मामले में अभी तक जांच एजेंसी एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस की जांच को लेकर पीयू कैंपस में अब सवाल उठने लगे हैं। पूरे कैंपस में इन दिनों प्रोफेसर की पत्नी की हत्या में जांच में ढील को लेकर खूब चर्चा हो रही हैं। सबसे सेफ कैंपस में कत्ल

शहर में पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस को सबसे सुरक्षित एरिया माना जाता है। पीयू कैंपस में पुलिस चौकी के साथ ही प्रशासन की अपनी सिक्योरिटी है। जिस जगह पर कत्ल हुआ वहां पर तो किसी अनजान आदमी का पहुंचना तक मुमकिन नहीं है। कुलपति की सुरक्षा में दिन रात 30 से अधिक सिक्योरिटी गार्ड और सुरक्षा अधिकारी तैनात रहते हैं। सुरक्षा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुलपति के बंगले से निकलने से पहले कैंपस में राज्यपाल या किसी बड़े वीवीआइपी की तरह रुट तय होता है। दिन रात घटना वाली जगह सिक्योरिटी गार्ड का कड़ा पहरा रहता है। प्रोफेसर की पत्नी के कत्ल के बाद कैंपस के लोगों में सुरक्षा को लेकर काफी भय बना हुआ है। कर्मचारियों का कहना है कि जब कुलपति के आवास के आसपास कोई भी कत्ल कर आसानी से फरार हो सकता है तो दूसरे लोग कैसे खुद को सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। प्रोफेसर ही उठाने लगे जांच पर सवाल

पीयू के पूर्व प्रोफेसर और सीनेटर डा. रबिद्रनाथ शर्मा ने कैंपस के जी-5 कोठी में प्रोफेसर बीबी गोयल की पत्नी सीमा गोयल के कत्ल के मामले को लेकर कुलपति को चिट्ठी लिखी है। प्रो. शर्मा ने लिखा है कि हत्या जैसे मामले में पूरा पीयू प्रशासन चुप बैठा है। मामले में हाई लेवल जांच की मांग कुलपति की ओर से की जानी चाहिए। 20 से अधिक दिन होने के बाद भी पुलिस और जांच टीम आरोपितों तक नहीं पहुंच पा रही। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच जारी है। पीयू कैंपस में एक प्रोफेसर की पत्नी की हत्या हो जाती है। कुलपति से लेकर पुटा और दूसरे लोग मामले को लेकर आवाज नहीं उठा रहा। पीयू इतिहास में ऐसी घटना पहली बार हुई है। मैं हैरान हूं कि मामले में पीयू प्रशासन और पुलिस दोनों ही चुप हैं।

- रबिद्रनाथ शर्मा, पूर्व सीनेटर पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़

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