कर्मचारी के परिवार में कोरोना से तीन मौत, फिर भी पीयू प्रशासन लाइब्रेरी बंद करने को तैयार नहीं

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं लग रहा। कैंपस में कोरोना के लगातार बढ़ते केसों के बावजूद पीयू एसी जोशी लाइब्रेरी खुली हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 08:30 AM (IST)
कर्मचारी के परिवार में कोरोना से तीन मौत, फिर भी पीयू प्रशासन लाइब्रेरी बंद करने को तैयार नहीं
कर्मचारी के परिवार में कोरोना से तीन मौत, फिर भी पीयू प्रशासन लाइब्रेरी बंद करने को तैयार नहीं

डॉ. सुमित सिंह श्योराण चंडीगढ़

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं लग रहा। कैंपस में कोरोना के लगातार बढ़ते केसों के बावजूद पीयू एसी जोशी लाइब्रेरी खुली हुई है। बीते 35 दिनों में पीयू कैंपस में 192 प्रोफेसर, कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य कोरोना संक्रमित हो चुके हैं,जिसमें कई की हालत काफी गंभीर है। पीयू से मिली जानकारी अनुसार पीयू के ही एक विभाग में लाइब्रेरी असिस्टेंट के तौर पर कार्यरत्त महिला कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। उनके परिवार के तीन सदस्यों की कोरोना संक्रमण से मौत की भी जानकारी है। इस घटना के बाद भी पीयू प्रशासन लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स को आने की अनुमति दे रही है।बीते दिनों में पीयू लाइब्रेरी के छह कर्मचारी और उनके परिवार वाले संक्रमित हो चुके हैं।

उधर बुधवार को पीयू डीयूआइ ऑफिस में पीए और उनके परिवार के कुछ सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। पीयू की जनरल ब्रांच में भी कुछ कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ब्रांच को बंद कर दिया गया। इतना सब होने के बावजूद पीयू प्रशासन एसी जोशी लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स की भीड़ में संक्रमण को रोकने के लिए किसी तरह का कोई फैसला लेने की हिम्मत नहीं कर रहा । पीयू अधिकारी एक दूसरे पर मामले को टाल रहे हैं।

दैनिक जागरण ने 5 मई के अंक में भी यूटी प्रशासन के सख्त निर्देशों के बावजूद पीयू की एसी जोशी लाइब्रेरी खुले होने की खबर को प्रमुख्ता से प्रकाशित किया था। मामले की जानकारी यूटी प्रशासन के अधिकारियों को होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को भी लाइब्रेरी में आम दिनों की तरह स्टूडेंट्स पहुंचे। ऐसे हालात में कभी भी स्टूडेंट्स कोरोना विस्फोट का शिकार हो सकते हैं। बॉक्स

स्टूडेंट्स के विरोध के डर से फैसला नहीं

कोरोना महामारी में पीयू प्रशासन की लापरवाही से सैंकड़ों छात्रों की जान खतरे में है। बुधवार को पीयू अधिकारियों की एसी जोशी लाइब्रेरी को कोरोना से बिगड़े हालात को देखते हुए बंद करने पर मंथन तो हुआ, लेकिन पीयू प्रशासन छात्र संगठनों के विरोध से डरा हुआ है। सूत्रों के अनुसार पूरे मामले में अब पीयू प्रशासन यूटी प्रशासन के अधिकारियों से सलाह कर वीरवार तक बड़ा फैसला ले सकता है। पीयू लाइब्रेरी में प्रतिदिन 150 से 200 स्टूडेंट्स एक साथ बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। कई स्टूडेंट्स कोविड-19 एसओपी की भी अनदेखी कर रहे हैं। पीयू प्रशासन की ओर से मुझे लाइब्रेरी बंद करने के कोई निर्देश नहीं मिले हैं। मैने अपने स्तर पर स्टूडेंट्स की काउंसलिग कर उन्हें मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है। अंतिम फैसला पीयू प्रशासन को ही लेना है।

- डॉ. जिवेश बंसल, चीफ लाइब्रेरियन पंजाब यूनिवर्सिटी पीयू प्रशासन मामले को लेकर गंभीर है। पूरे मामले पर मंथन किया गया है, स्टूडेंट्स को भी समझाने की कोशिश की जा रही है। यूटी प्रशासन से भी मामले में सुझाव लिया जा रहा है।

- प्रो. वीआर सिन्हा, डीयूआइ पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़

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