पीयू के हॉस्टलर्स कमरा खाली करने को तैयार नहीं, प्रशासन की बढ़ी मुश्किलें
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉस्टल से स्टूडेंट्स को निकालने के फरमान को लेकर छात्र संगठन और पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन में टकराव की स्थिति बन गई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉस्टल से स्टूडेंट्स को निकालने के फरमान को लेकर छात्र संगठन और पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन में टकराव की स्थिति बन गई है। पीयू के निर्देशों के तहत 12 मई तक स्टूडेंट्स को हॉस्टल खाली करना होगा। सूत्रों के अनुसार 150 के करीब स्टूडेंट्स ने हॉस्टल खाली कर दिया है, लेकिन 400 के करीब स्टूडेंट्स अभी भी हॉस्टल में रह रहे हैं। हॉस्टल खाली करने के विरोध में मंगलवार को भी बढ़ी संख्या में एसएफएस छात्र संगठन के नेताओं और समर्थकों ने प्रशासनिक ब्लॉक के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। मांगों को लेकर ज्ञापन पीयू के अधिकारियों को भी सौंपा, लेकिन स्टूडेंट्स को सिर्फ आश्वासन ही मिला है। उधर, पीयू प्रशासन का कहना है कि यूटी प्रशासन के निर्देशों के तहत स्टूडेंट्स की सुरक्षा को देखते हुए हॉस्टल खाली कराने का निर्णय लिया गया है। हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स का कहना है कि पीयू प्रशासन इस तरह से स्टूडेंट्स को नोटिस जारी कर हॉस्टल से बाहर नहीं निकाल सकता।
दो घंटे तक किया प्रदर्शन, की नारेबाजी
एसएफएस छात्र संगठन के नेताओं और समर्थकों ने पीयू प्रशासन के फैसले के खिलाफ पीयू प्रशासनिक ब्लॉक के सामने नारेबाजी की। उधर, पीयू प्रशासन ने इंटरनेशनल हॉस्टल को आर्मी स्पेशल कोविड हॉस्पिटल बनाने के लिए सौंप दिया है। पीयू गर्ल्स हॉस्टल नंबर-10 को भी खाली करवाकर आर्मी जवानों के रहने के लिए रिजर्व कर दिया है। मामले में एबीवीपी छात्र संगठन ने भी रिसर्च स्कॉलर के हक में आवाज उठाई है। एबीवीपी छात्र नेताओं का कहना है कि अगर हॉस्टलर्स पीयू में रहकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो उन्हें इसकी अनुमति मिलनी चाहिए।
साल भर से रिसर्च स्कॉलर की पढ़ाई का हो रहा नुकसान
पीयू हॉस्टल में अधिकतर रिसर्च स्कॉलर हैं। डेढ़ साल से उनका रिसर्च का काम लंबित पड़ा है। रिसर्च स्कॉलर का आरोप है कि पीयू प्रशासन स्टूडेंट्स के गाइड पर स्टूडेंट्स को हॉस्टल खाली करने के लिए दबाव बना रहे हैं। कैंपस में 400 के करीब स्टूडेंट्स विभिन्न हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। पीयू अधिकारी अब कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बाद स्टूडेंट्स को हॉस्टल खाली कर घरों को जाने के लिए कह रहे हैं।