प्रमोशन को लेकर पीयू ने बनाए नए नियम, कुलपति दफ्तर के सामने कर्मचारियों का हल्ला बोल
वीरवार को पंजाब यूनिवर्सिटी जनरल कैटेगरी (वेलफेयर) एसोसिएशन ने नए रोस्टर सिस्टम को तुरंत प्रभाव से खत्म करने को लेकर अपनी मांग रखी। वे कुलपति दफ्तर के सामने एकजुट हुए। सभी ने पीयू प्रशासन के फैसले को पीयू कैलेंडर के खिलाफ और मनमाना बताया।
चंडीगढ़, [डाॅ. सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब यूनिवर्सिटी में नाॅन टीचिंग कर्मचारियों की प्रमोशन में नए रोस्टर सिस्टम को लागू करने के फैसले का विरोध तेज हो गया है। पीयू कैंपस और रीजनल सेंटर के जनरल कैटेगरी के कर्मचारी इस फैसले के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं। वीरवार को पंजाब यूनिवर्सिटी जनरल कैटेगरी (वेलफेयर) एसोसिएशन ने नए रोस्टर सिस्टम को तुरंत प्रभाव से खत्म करने को लेकर अपनी मांग रखी। काफी संख्या में कर्मचारी बैनर के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति दफ्तर के सामने एकजुट हुए। सभी ने पीयू प्रशासन के फैसले को पीयू कैलेंडर के खिलाफ बताया और मामले में पूरी तरह से मनमानी बताया है।
रोस्टर के फैसले का विरोध करने वालों में पहली बार बहुत सी महिला कर्मचारी भी शामिल हुईं। आने वाले दिनों में भी यह मुद्दा काफी गर्मा सकता है। चार जून को पीयू प्रशासन ने नए प्रमोशन रोस्टर का ड्राफ्ट को सभी विभागों के हेड और नोटिस बोर्ड पर जारी कर दिया। इसमें नाॅन टीचिंग की ए से डी कैटेगरी की सभी प्रमोशन में रोस्टर सिस्टम लागू करने की जानकारी दी गई है।
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में वीरवार को प्रदर्शन करते हुए अशैक्षणिक कर्मचारी।
इस फैसले से पीयू कैंपस में जनरल कैटेगरी के सीधे तौर पर 2500 से अधिक कर्मचारियों की प्रमोशन पर असर पड़ेगा। एसोसिएशन सदस्यों का कहना है कि नियमों के तहत रिजर्व कैटेगरी के तहत सिर्फ भर्ती के समय ही किसी को रिजर्वेशन का लाभ दिया जा सकता है लेकिन पीयू प्रशासन अब रिजर्व कैटेगरी के कर्मचारियों को रिजर्वेशन का लाभ देने की तैयारी में है।
जनरल कैटेगरी एसोसिएसन ने लीगल नोटिस भेजा
रोस्टर सिस्टम लागू करने के खिलाफ पंजाब यूनिवर्सिटी जनरल कैटेगरी(वेलफेयर) एसोसिएशन ने पीयू कुलपति और रजिस्ट्रार को कुछ दिन पहले ही लीगल नोटिस भेजा है। मामले में अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। उधर, कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि अगर पीयू प्रशासन निर्णय वापस नहीं लेता तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। कर्मचारियों का आरोप है रोस्टर सिस्टम लागू करने को लेकर पीयू प्रशासन ने कई चीजों की अनदेखी की है, जिसमें नए नियम को लागू करने से पहले सीनेट और सिंडिकेट से अनुमति नहीं ली गई है।
पीयू में कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करती हुईं महिला कर्मचारी।
उधर, इस मामले में पहले से ही सीनेट की ओर से गठित कमेटी की रिपोर्ट को भी शामिल नहीं किया गया है। कमेटी की ओर से अभी तक रोस्टर सिस्टम को लेकर पीयू प्रशासन को कोई रिपोर्ट ही नहीं दी गई है। कुलपति की ओर से गठित कमेटी की रिपोर्ट पर ही रोस्टर सिस्टम को कैसे लागू किया जा सकता है।
नई सीनेट-सिंडिकेट करे रोस्टर तय
पीयू में अभी तक कोई गवर्निंग बाॅडी नहीं है। अगस्त-सितंबर तक नई सीनेट सिंडिकेट बनने के आसार हैं। पीयू प्रशासन जुलाई तक सीनेट चुनाव का शेड्यूल जारी करने की तैयारी में है। रोस्टर सिस्टम का विरोध कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि पीयू प्रशासन को प्रमोशन रोस्टर सिस्टम को फिलहाल सीनेट और सिंडिकेट बनने तक स्थगित कर देना चाहिए। पूरे मामले में कानूनी राय और सभी कर्मचारियों के हितों को ध्यान रखना जरुरी है।