पीयू की गिरती रैंकिग का दिखने लगा असर, दाखिले के लिए अब पहले जैसी मारामारी नहीं

देश की टॉप यूनिवर्सिटी में शुमार रही पंजाब यूनिवर्सिटी की गिरती रैंकिग और कैंपस में बढ़ती राजनीति का असर दिखना शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:27 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:27 AM (IST)
पीयू की गिरती रैंकिग का दिखने लगा असर, दाखिले के लिए अब पहले जैसी मारामारी नहीं
पीयू की गिरती रैंकिग का दिखने लगा असर, दाखिले के लिए अब पहले जैसी मारामारी नहीं

डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़

देश की टॉप यूनिवर्सिटी में शुमार रही पंजाब यूनिवर्सिटी की गिरती रैंकिग और कैंपस में बढ़ती राजनीति का असर दिखना शुरू हो गया है। पीयू कैंपस स्थित विभागों में हर साल दाखिले के मारामारी होती थी उनमें अब दाखिले को आवेदन नहीं मिल रहे। मजबूरी में पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन को आवेदन की तिथि तक बढ़ानी पड़ी, फिर भी पंजाब यूनिवर्सिटी के विभागों में इस बार बीते वर्षो के मुकाबले सबसे कम आवेदन आए हैं। पीयू प्रशासन के आंकड़ों की माने तो इस बार 70 फीसद तक विभागों में बीते साल के मुकाबले आवेदन कम आए हैं। आवेदन की संख्या भी कम नहीं 15 से 20 फीसद तक कम हो गई है। पीयू प्रशासन हर साल अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पीयू सीईटी यूजी और पीजी आयोजित करता है। पीयू के कई प्रोफेशनल कोर्स में भी दाखिले के लिए इस बार बीते सत्र जैसा रुझान नहीं है। 2020 में पीयू के 50 विभागों में दाखिले के लिए 32,658 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसमें 19503 ने ही फीस जमा करवाई। 2021 में पीयू के 58 विभागों के लिए 23520 युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया और 14702 ने फीस जमा करवाई है। एलएलएम कोर्स में 2050 के मुकाबले इस बार 1838 ने रजिस्ट्रेशन किया हैं। एमए इकोनॉमिक्स के लिए 1282 के मुकाबले 828 ने ही रजिस्ट्रेशन किया है। आवेदन कम आने से पीयू प्रशासन की बढ़ी चिता

पीयू में दाखिले के लिए आवेदनों की संख्या में गिरावट से पीयू प्रशासन के अधिकारी परेशान हैं। बीते दिनों पीयू कुलपति ने इस मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की अहम बैठक की जिसमें आवेदन की संख्या घटने को लेकर फटकार भी लगाई। कुलपति के निर्देश पर बाद में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के सीईटी एंट्रेंस की तिथि को बढ़ाने का फैसला लिया गया। फिर भी पीयू बीते साल के टारगेट को पूरा नहीं कर सका। पीयू आर्थिक तंगी से गुजर रही है। केंद्र सरकार ने भी पीयू के बजट में कटौती कर दी है। ऐसे में पीयू आवेदन फार्म से करोड़ों की कमाई करता है। पीयू के प्रति स्टूडेंट्स के कम होते रुझान से अगले साल नैक दौरे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उधर, चंडीगढ़ के साथ लगती प्राइवेट यूनिवर्सिटी अब स्टूडेंट्स को अधिक आकर्षित कर रही हैं। पीयू में 2020 और 2021 सत्र के लिए इस प्रकार आए आवेदन

कोर्स का नाम - 2020 आवेदन -2021 में आवेदन

एलएलएम-1451 -1385

एमसीए-812-779

एमए पत्रकारिता-427-320

एमए अंग्रेजी-1201-968

एमए ज्योग्राफी-457-347

एमए हिस्ट्री-450-327

एमपीएड-275-193

बीपीएड-242-165

एमकॉम ऑनर्स-580-314

एमएससी गणित-1032-729

एमएससी केमिस्ट्री(आनर्स)- 1860-1426 31 जुलाई तक आवेदन का रिकार्ड यह रहा

एंट्रेंस टेस्ट का नाम-कुल रजिस्ट्रेशन-फीस जमा

सीईटी(पीजी)-23520-14702

सीईटी(यूजी)5941-3246 (एक अगस्त तक)

एलएलबी(यूआइएलएस) 3864-2351 (तीन अगस्त तक आवेदन)

एमबीए(यूसोल)-650-383

एलएलबी(तीन वर्षीय) 3151-2239

एमफिल-पीएचडी-369-93 (24 अगस्त तक आवेदन)

chat bot
आपका साथी