चंडीगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में तनातनी, पुलिस बल तैनात, दोनों दल कर रहे नारेबाजी

चंडीगढ़ के सेक्टर 37 में पानी के बढ़े हुए दामों के खिलाफ कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं में तनातनी का माहौल बना हुआ है। दोनों दलों के कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। ऐसे में मौके पर पुलिस बल को भी तैनात कर दिया है।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 04:35 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 04:35 PM (IST)
चंडीगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में तनातनी, पुलिस बल तैनात, दोनों दल कर रहे नारेबाजी
सेक्टर 37 में आमने सामने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता।

चंडीगढ़ जेएनएन। शहर में पानी के बढ़े हुए रेट्स के खिलाफ सेक्टर-37 में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं में तनातनी का माहौल बन गया है। ऐसे में मौके पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है। पुलिस को बेरिकेड्स लगाकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को रोकना पड़ रहा है।

मालूम हो कि सेंट कबीर स्कूल के पास एक तरफ कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं और दूसरी तरफ भाजपा के कार्यकर्ता है। दोनों तरफ कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं द्वारा थालियां बजाकर प्रदर्शन किया जा रहा है। पुलिस की ओर से कार्यकर्ताओं को मौके से हटने के लिए कहा गया है। यह भी कहा गया है कि अगर वह यहां से नहीं गए तो मजबूरन पुलिस को गिरफ्तार करना पड़ेगा।

कांग्रेस ने पानी के बढ़े हुए रेट्स के खिलाफ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और मेयर रविकांत शर्मा के घर जाकर ज्ञापन सौंपने की घोषणा की थी, जिन्हें रोकने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता भी वहां पर पहुंच गए हैं। पुलिस के अनुसार स्थिति से निपटने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का प्रयोग करने पड़ सकता है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि विरोध प्रदर्शन करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन भाजपा उन्हें रोकने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि अभी तो यह शुरुआत है। पानी के बढ़ाए गए दामों के खिलाफ अब शहर के हर वार्ड में भूख हड़ताल की जाएगी।

कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि भाजपा पार्षदों ने ही नगर निगम की सदन की बैठक में पानी के रेट बढ़ाने के को प्रस्ताव पास किया। जबकि कांग्रेस के पार्षदों ने पानी के रेट बढ़ाने के खिलाफ सदन का बहिष्कार किया था। भाजपा पार्षदों की ओर से बढ़ाए गए रेट्स पर ही प्रशासन ने अधिसूचना जारी की है। छह माह से ज्यादा समय अधिसूचना जारी को हो गया है। बावजूद भाजपा पार्षद कह रहे हैं कि वह रेट कम करवाएंगे। जबकि प्रशासन ने रेट कम करने के रिवाइज प्रस्ताव नगर निगम को वापस भेज दिया है।

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