रणजी में रनों की बरसात के लिए तैयार प्रशात चोपड़ा, लॉकडाउन में छत पर नेट लगाकर की प्रेक्टिस

लॉकडाउन में खिलाड़ियों ने अपने आप को फिट रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। ऐसा ही एक युवा खिलाड़ी है प्रशांत चोपड़ा जिन्होंने लॉकडाउन में अपनी फिटनेस पर तो ध्यान दिया ही साथ ही बेसिक को और ज्यादा मजबूत किया।

By Edited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:56 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 01:53 PM (IST)
रणजी में रनों की बरसात के लिए तैयार प्रशात चोपड़ा, लॉकडाउन में छत पर नेट लगाकर की प्रेक्टिस
क्रिकेटर प्रशांत चोपड़ा प्रेक्टिस के दौरान। (जागरण)

चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। लॉकडाउन में खिलाड़ियों ने अपने आप को फिट रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। ऐसा ही एक युवा खिलाड़ी है प्रशांत चोपड़ा जिन्होंने लॉकडाउन में अपनी फिटनेस पर तो ध्यान दिया ही साथ ही बेसिक को और ज्यादा मजबूत किया। प्रशांत ने लॉकडाउन के दौरान घर की छत पर ही नेट लगाकर प्रेक्टिस की। इस काम के लिए प्रशांत की मदद उनके ट्रेनर और उनके पिता ने की, जो खुद साई अकेडमी के सीनियर क्रिकेट कोच हैं। बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गागुली के रणजी टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए दिए संकेत के बाद, प्रशांत सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में अपनी फार्म को बरकरार रखने के लिए प्रेक्टिस कर रहे हैं।

प्रशांत रणजी में हिमाचल प्रदेश की ओर से खेलते हैं। आगामी रणजी टूर्नामेंट के लिए किए वर्क को लेकर प्रशात चोपड़ा से दैनिक जागरण ने बात की। दो महीने में टूर्नामेंट की तैयारी प्रशांत ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी के लिए सात महीने ग्राउंड से दूर रह कर फिर से शुरुआत करना थोड़ा मुश्किल होता है। मेरा लक्ष्य है कि दिसंबर अंत तक फिर से पुरानी लय हासिल करनी है। दो महीने का समय पिच को समझने और खेलने के लिए काफी है। आगे की प्रेक्टिस रणजी मैचों को ध्यान में रखते हुए ही कर रहा हूं। ग्राउंड का माहौल मिलना था जरूरी प्रसांत ने कहा कि हम जितनी भी नेट प्रेक्टिस कर लें लेकिन मैदान में मैच खेलने के लिए मैदान पर प्रेक्टिस करना जरूरी है। जहां तक अंदाजा लगाया जा रहा जनवरी माह तक रणजी का आयोजन हो जाएगा। ऐसे में टूर्नामेंट खेलने के लिए ग्राउंड का मिलना जरूरी था। रणजी बड़ा प्लेटफार्म रणजी टूर्नामेंट, इंटरनेशनल क्रिकेट में जाने का रास्ता है। हमारे लिए यह जरूरी है कि इस प्लेटफार्म का अच्छा प्रयोग करें और अपने खेल प्रदर्शन से सभी को प्रभावित करें। सात महीने का समय बहुत लंबा अंतराल होता है।

ऐसे में प्रेक्टिस करने में परेशानी तो आई थी। लेकिन ग्राउंड में समय बिताने के बाद पुरानी लय हासिल हो गई है। खिलाड़ियों के लिए फिटनेस बहुत जरूरी प्रशात ने कहा कि खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी उसकी फिटनेस होती है। लॉकडाउन में सबसे ज्यादा जरूरी था फिटनेस को बनाए रखना, इसलिए सुबह पाच बजे घर के पास ही 15 मिनट या आधा घटा रनिंग करता था। उसके बाद घर पर ही फिटनेस और ट्रेनिंग का सेटअप किया हुआ था। जिससे फिट रहने में ज्यादा मुश्किल नहीं हुई।

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