मोहाली में लोगों के घरों में पावरकॉम लगा रहा स्मार्ट बिजली मीटर, रेजिडेंट्स वेलफेयर फोरम ने जताया विरोध

पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड पॉवरकॉम द्वारा मोहाली में लोगों के घरों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा रहे हैं। रेजिडेंट्स वेलफेयर फोरम सेक्टर -69 मोहाली के अध्यक्ष हरमनजोत सिंह कुंभड़ा ने कहा कि पॉवरकॉम ने पायलेट प्रोजेक्ट शुरू किए हैं स्मार्ट मीटरों का पटियाला में विरोध हुआ था।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 01:44 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 01:44 PM (IST)
मोहाली में लोगों के घरों में पावरकॉम लगा रहा स्मार्ट बिजली मीटर, रेजिडेंट्स वेलफेयर फोरम ने जताया विरोध
मोहाली में लोगों के घरों में लगाए जा रहे स्मार्ट बिजली मीटर। (फाइल फोटो)

मोहाली, जेएनएन। पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड पॉवरकॉम द्वारा मोहाली में लोगों के घरों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा रहे हैं। इसका विरोध होने लगा है। विभाग ने शहर के सेक्टर-68, 69 और फेज-7 में लोगों की सहमति से बिना गुपचुप तरीके से घरों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने शुरू कर दिए हैं, जो कि उपभोक्ताओं के साथ सरेआम धक्केशाही है। रेजिडेंट्स वेलफेयर फोरम सेक्टर -69 मोहाली के अध्यक्ष हरमनजोत सिंह कुंभड़ा ने कहा कि पॉवरकॉम ने पायलेट प्रोजेक्ट शुरू किए हैं, बिजली के स्मार्ट मीटरों का पटियाला में विरोध हुआ था। विरोध कारण विभाग को स्मार्ट बिजली मीटर लगाने बंद करने पड़े थे। अब मोहाली शहर में यह मीटर गुपचुप तरीके से लगाने शुरू कर दिए गए हैं। जबकि इन मीटरों को लगाने से पहले प्रत्येक उपभोक्ता की सहमति जरूर लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पहले से लगाए गए इलेक्ट्रॉनिक मीटर जब बढिय़ा ढंग से काम कर रहे हैं तो फिर ये नए स्मार्ट मीटर लगाना लोगों पर अधिक बोझ डालने के अलावा कुछ भी नहीं है। क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक मीटर बिल्कुल सही चल रहे हैं। उन्होंने मोहाली शहर निवासियों को जागरूक करते हुए कहा कि दो जूनियर इंजीनियरों द्वारा बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया गया है। इन स्मार्ट मीटरों का लोगों को साढ़े आठ हजार रुपये भी अदा करने पड़ेंगे। प्रत्येक महीने बिजली का रीचार्ज अलग से करवाना होगा। इस प्रकार विभाग द्वारा लोगों की दोगुनी लूट की जाएगी।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में लोग काम-काज ठप्प होने कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे हालातों में सरकार को बिजली की दरें कम करनी चाहिए थीं लेकिन कांग्रेस सरकार स्मार्ट मीटर जैसी स्कीमें ला कर लोगों पर और ज्यादा आर्थिक बोझ डालने जा रही है जिसकी निंदा की जाती है। यह स्मार्ट मीटर लगवाने कोई जरूरी नहीं हैं और लोगों की इच्छा मुताबिक ही लगाए जा सकते हैं। अगर कोई यह मीटर नहीं लगवाना चाहता तो वह इन मीटरों को लगवाने से इंकार भी कर सकता है। जब तक सरकार द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने को लाज़मी नहीं कर दिया जाता तब तक यह मीटर न लगवाए जाएं। हरमनजोत कुंभड़ा ने पंजाब सरकार को अपील भी की कि अगर बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने ही हैं तो लोगों पर इन का अधिक बोझ न डाला जाए और पूरे पंजाब में पारदर्शी ढंग से यह मीटर सभी के घरों में लगाए जाएं।

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