चंडीगढ़ में हर राउंडअबाउट पर मिलेगा पॉल्यूशन का डाटा, डिस्प्ले स्क्रीन होंगी इंस्टॉल

शहर के जिस चौक या राउंडअबाउट पर पॉल्यूशन अधिक होगा वहां से ट्रैफिक को दूसरी जगह डायवर्ट किया जाएगा। ऐसा उस एरिया में पॉल्यूशन कम करने के लिए होगा। पॉल्यूशन का स्तर वाहनों की गति भी तय करेगा।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 12:18 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 12:18 PM (IST)
चंडीगढ़ में हर राउंडअबाउट पर मिलेगा पॉल्यूशन का डाटा, डिस्प्ले स्क्रीन होंगी इंस्टॉल
रविवार सुबह चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 101, तो नई दिल्ली का 112 दर्ज किया गया। (File Photo)

चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। चंडीगढ़ में प्रति व्यक्ति वाहनों की संख्या पूरे देश में सबसे अधिक है। कारों की संख्या इनमें सबसे ज्यादा है। वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ ही पॉल्यूशन का स्तर भी निरंतर बढ़ रहा है। पॉल्यूशन का स्तर हर साल नए रिकॉर्ड पर पहुंच रहा है। जिसकी चिंता करते हुए अब प्रशासन पॉल्यूशन की रियल टाइम मॉनीटरिंग करने लगा है। साथ ही इस रियल टाइम मॉनीटरिंग के डाटा को अब सभी चौक या राउंडअबाउट पर डिस्प्ले किया जाएगा। जिस चौक या राउंडअबाउट पर पॉल्यूशन अधिक होगा वहां से ट्रैफिक को दूसरी जगह डायवर्ट किया जाएगा। ऐसा उस एरिया में पॉल्यूशन कम करने के लिए होगा। पॉल्यूशन का स्तर वाहनों की गति भी तय करेगा। अगर पॉल्यूशन का स्तर बढ़ता है, तो तुरंत उस एरिया से वाहनों को दूसरे रास्ते डायवर्ट किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस डायवर्जन रूट तैयार करेगी। लोग खुद भी उस एरिया में जाने से परहेज कर सकेंगे।

दो नए रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन बनेंगे

अभी चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी के अंदर ही एक रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन है। बाकी पांच जगह पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन हैं। लेकिन इनकी रिपोर्ट रियल टाइम पर नहीं मिलती। इसलिए अब दो नए रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इनमें एक स्टेशन सेक्टर-26, तो दूसरा इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 में स्थापित किया जाएगा। दोनों के लिए जगह चिह्नित हो चुकी है। इसकी मंजूरी भी मिल चुकी है। स्टेशन स्थापित होने के बाद लगभग पूरा शहर कवर होने लगेगा।

100 के पार पहुंचा पॉल्यूशन

रविवार सुबह चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 101, तो नई दिल्ली का 112 दर्ज किया गया। छह महीने में पहली बार ऐसा हुआ है जब पॉल्यूशन का स्तर 100 प्वाइंट को पार कर गया है। लॉकडाउन के दौरान पॉल्यूशन का एक्यूआई स्तर 16 तक पहुंच गया था। जो अब तापमान गिरावट के साथ तेजी से बढ़ने लगा है। अक्तूबर के आखिर तक इसके 200 के पार होने की पूरी संभावना है।

छह करोड़ पॉल्यूशन नियंत्रण पर खर्च

बढ़ते पॉल्यूशन को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने 11 शहरों को स्पेशल फंड दिया था। इनमें चंडीगढ़ का नाम भी शामिल था। चंडीगढ़ को इसके तहत 10 करोड़ रुपये का फंड मिला था। जिसमें से छह करोड़ खर्च हो चुके हैं। हर शहर ने पॉल्यूशन कम करने का प्लान तैयार कर जमा कराया था। उसके तहत चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी ने छह करोड़ रुपये नगर निगम को दिए। जिससे स्वीपिंग मशीन खरीदी गई और मैनपावर आदि भी बढ़ाई गई। बचे चार करोड़ भी पॉल्यूशन का स्तर कम करने पर खर्च होगा।

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