पानी पर राजनीतिः चंडीगढ़ कांग्रेस का दावा- निगम चुनाव तक पानी के दाम कम करने के लिए चलेगी मुहिम

चंडीगढ़ में पानी के मुद्दे पर राजनीति तेज होती जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा को इस मुद्दे पर घेरे हुए हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि पानी के दाम कम करने के लिए चलाई गई यह मुहिम दिसंबर में होने वाले निगम चुनाव तक चलेगी।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 02:07 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 02:07 PM (IST)
पानी पर राजनीतिः चंडीगढ़ कांग्रेस का दावा- निगम चुनाव तक पानी के दाम कम करने के लिए चलेगी मुहिम
पानी पर राजनीतिः चंडीगढ़ कांग्रेस का दावा- निगम चुनाव तक पानी के दाम कम करने के लिए चलेगी मुहिम।

चंडीगढ़, जेएनएन। बीते रविवार को चंडीगढ़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर में पानी के बढ़े हुए दामों के खिलाफ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और मेयर रविकांत शर्मा के घर पर जाकर ज्ञापन सौंपने की योजना को भापजा कार्यकर्ताओं ने सिरे नहीं चढ़ने दिया। सेक्टर-37 में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच तनातनी का माहौल था, लेकिन पुलिस ने दोनों दलों को नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझाया और स्थिति को संभाला।

ऐसे में कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वह अभी इस मुद्दे को छोड़ेंगे नहीं। यह मुद्दा शहर के हर वर्ग से जुड़ा है। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि इस मुद्दे पर अब लोगों को जोड़कर वार्ड वाइज भूख हड़ताल की जाएगी। हैरानी की बात है कि भाजपा के पार्षद पहले खुद पानी के रेट्स बढ़ाने का प्रस्ताव पास करते हैं और बाद में खुद ही रेट कम करने का प्रस्ताव पास करते हैं। शहरवासी भाजपा की यह घटिया राजनीति को समझ चुके हैं। इस समय पानी के तीन से चार गुना रेट बढ़कर लोगों को बिल आ रहे हैं, जिससे हर कोई परेशान है। चावला ने कहा कि इस मुहिम को नगर निगम चुनाव तक चलाया जाएगा।

सदन की बैठक में भी होगा बवाल

इस माह होने वाली नगर निगम में सदन की बैठक में भी पानी के रेट्स पर जमकर बवाल होगा। सदन की बैठक में जो प्रशासन की ओर से नगर निगम को पत्र भेजा गया है उसे भी सदन के समक्ष रखा जाएगा। मालूम हो कि प्रशासन अपने स्तर पर पानी के बढ़े हुए दामों को कम करने के लिए तैयार नहीं है। प्रशासन ने नगर निगम से पूछा है कि जो पानी की सप्लाई करने से घाटा होगा या हो रहा है उसको वह किस तरह पूरा करेंगे। इस समय पानी के रेट तीन से चार गुना बढ़ाने का लोग विरोध कर रहे हैं। भाजपा पार्षदों ने प्रशासन पर पानी के रेट कम करने का दबाव बनाया है। बीते साल कोरोना काल में ही प्रशासन ने पानी के रेट बढ़ाने की अधिसूचना जारी की थी।

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