टीकाकरण से छूट के लिए पुलिसकर्मियों को लेनी होगी डाक्टर से मंजूरी
यूटी पुलिस विभाग के मुलाजिमों की कोरोना के टीकाकरण में रुचि कम होने के बाद एसएसपी की ओर से बेवजह अनुपस्थित होने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : यूटी पुलिस विभाग के मुलाजिमों की कोरोना के टीकाकरण में रुचि कम होने के बाद एसएसपी की ओर से बेवजह अनुपस्थित होने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। इसके बाद पुलिस मुलाजिमों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है और टीकाकरण के लिए दबाव की चर्चा शुरू हो गई। हालांकि, टीकाकरण में छूट पाने के लिए सेक्टर-26 पुलिस लाइन में डब्ल्यूएसओ के प्रतिनिधित्व के साथ डाक्टर की टीम मौजूद है। उनसे परामर्श के बाद वाजिब परिस्थिति में डाक्टर की मंजूरी मिलने पर ही टीकाकरण से मुलाजिम को छूट मिल सकती है। दूसरी तरफ इस आदेश के बाद टीकाकरण करवाने वाले मुलाजिमों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। पुलिस लाइन में बढ़े दो सेंटर, सरकारी अस्पताल में भी टीकाकरण
एसएसपी के आदेश के साथ टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। इसके तहत प्रति दिन ज्यादा से ज्यादा मुलाजिमों को बुलाया जा रहा है। इसके लिए पुलिस लाइन में दो नए टीकाकरण सेंटर बढ़ाने के साथ जीएमसीएच-32, जीएमएसएच-16 और मनीमाजरा सिविल अस्पताल में मुलाजिमों को भेजा जा रहा हैं। कई पुलिसकर्मी हो चुके हैं संक्रमित
तीन फरवरी से पुलिस के सभी मुलाजिमों का सेक्टर-26 स्थित पुलिस लाइन अस्पताल में टीकाकरण चल रहा है। 26 फरवरी तक 1495 अफसर और मुलाजिमों का टीकाकरण किया जा चुका है। कोरोना काल में अब तक यूटी पुलिस के एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर सहित कुल 208 कर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इस वजह से पुलिस हेडक्वार्टर थाना, चौकी, अपराध शाखा, सेक्टर-26 पुलिस लाइन, पुलिस बीट बॉक्स सील भी किया गया था। पुलिस लाइन अस्पताल में सेंटर बढ़ाने के साथ जीएमसीएच-32, जीएमएसएच-16 और मनीमाजरा अस्पताल में मुलाजिमों के टीकाकरण का प्रबंध करवाया गया है। मुलाजिमों पर टीकाकरण का दबाव नहीं डाला जा रहा है, बल्कि उनके सवालों के जवाब के लिए डाक्टर की एक टीम रोजाना सुबह 9 से शाम पांच तक बैठती है।
मनोज कुमार मीणा, एसपी हेडक्वार्टर