प्लाज्मा थेरेपी कोविड की तीव्रता व ड्यूरेशन को कम कर सकती है : डॉ. सचिन
‘स्मॉल क्लीनिकल ट्रायल के आंकड़ों से पता चला है कि प्लाज्मा थेरेपी कोविड -19 की तीव्रता व ड्यूरेशन को कम कर सकती है।’ डॉ. सचिन वर्मा ने बताया कि यह पहली बार नहीं है कि वायरल संक्रमण के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी रेकेमेंड की गई हो।
मोहाली, जेएनएन। ‘स्मॉल क्लीनिकल ट्रायल के आंकड़ों से पता चला है कि प्लाज्मा थेरेपी कोविड -19 की तीव्रता व ड्यूरेशन को कम कर सकती है। जबकि अधिक प्रमाण इकट्ठा करने के लिए अभी अधिक शोध की आवश्यकता है।’ डॉ. सचिन वर्मा, आइवी अस्पताल, मोहाली में डायबिटीज व इन्फेक्शस डिजीज के एक्सपर्ट ने बताया कि यह पहली बार नहीं है कि वायरल संक्रमण के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी रेकेमेंड की गई हो। इसे रेबीज, हेपेटाइटिस बी, खसरा, इन्फ्लूएंजा, इबोला और हिमर्ऐगिक बुखार के लिए भी पहले रेकेमेंड किया जा चूका है।
डॉ. सचिन ने कहा कि इस प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग एक से दो घंटे लगते हैं। यह प्रक्रिया रक्तदान की तरह है जिसमें रक्त समूहों और आरएच कंपैटिबिलिटी को ध्यान में रखा जाता है। यदि रक्त समूह मेल खाता हो तो ही रक्तदान किया या प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि डोनर को हेपेटाइटिस, एचआइवी, मलेरिया आदि कुछ अनिवार्य परीक्षणों से गुजरना पड़ता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अनावश्यक संक्रमण रिसीवर को न पास हो जाए।
उन्होंने आगे बताया कि रक्त पहले से संक्रमित लेकिन पूरी तरह से रिकवर हो चुके रोगी से लिया जाता है और फिर रक्त को रक्त कोशिकाओं को हटाने के लिए संसाधित किया जाता है, जिससे तरल प्लाज्मा और एंटीबॉडी को पीछे छोड़ दिया जाता है। यह प्लाज्मा एक संक्रमित व्यक्ति के शरीर में इंजेक्ट किया जाता है जो वायरस से लड़ेगा और इसे फैलने से बेअसर करेगा।
हालांकि यह उपचार कोविड रोगियों के लिए प्रभावी साबित हुआ है, लेकिन इसे अंतर्निहित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए उचित चिकित्सा देखरेख में आयोजित करने की आवश्यकता है। चूंकि इस प्रक्रिया में ब्लड ट्रांसफ्यूजन शामिल है, इसलिए एक रिकवर हो चुके रोगी से वायरस संक्रमित होने का जोखिम हो सकता है, इसलिए एक डॉक्टर को ब्लड ट्रांसफ्यूजन का संचालन करने से पहले रिकवर चुके व्यक्ति के स्वास्थ्य का बारीकी से आकलन करना चाहिए। यदि कोई कोविड उपचार के लिए रक्त प्लाज्मा दान करना चाहता है, तो ब्लड बैंक या पास के कोविड रोगियों का इलाज करने वाले अस्पताल में संपर्क कर सकता है।