बिना अनुमति कनेक्शन के लिए गड्ढे खोद लोगों की जान डाल रहे खतरे में
चंद पैसे बचाने के चक्कर में जीरकपुर के लोग अधिकारियों से बिना परमीशन मनमर्जी से रिहायशी व कमर्शियल यूज के लिए धड़ाधड़ पानी व सीवरेज कनेक्शन लगा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जीरकपुर : चंद पैसे बचाने के चक्कर में जीरकपुर के लोग अधिकारियों से बिना परमीशन मनमर्जी से रिहायशी व कमर्शियल यूज के लिए धड़ाधड़ पानी व सीवरेज कनेक्शन लगा रहे हैं। लोग सड़कों को खोदकर नगर काउंसिल को आर्थिक नुकसान तो पहुंचा ही रहे हैं, वहीं लोगों की जान भी जोखिम में डाल रहे हैं। जहां बिना परमीशन के खोदे इन गड्ढों को कनेक्शन जोड़ने के बाद पूर्ण रूप से भरा नहीं जाता। वहीं धीरे-धीरे यह गड्ढे बड़े होते जाते हैं, जोकि बाद में हादसे का कारण बनते हैं। दरअसल नगर काउंसिल ने पानी व सीवरेज कनेक्शन के लिए रिहायशी एरिया के लिए सरकारी फीस 3500 रुपये व कमर्शियल फीस रजिस्ट्री के हिसाब से तय की हुई है, जिसके लिए बकायदा काउंसिल से परमीशन लेनी पड़ती है। लोग मामूली फीस अदा न करने की नीयत से छुट्टी के दिन (शनिवार-रविवार) को खुद ही सड़कें खोदकर पानी व सीवरेज के कनेक्शन ले रहे हैं। नगर काउंसिल के साथ आंख-मिचौनी तो खेली ही जा रही है, बल्कि सरकारी खाते में जमा होने वाली फीस को भी चपत लग रही है। छुट्टी वाले दिन अधिकारियों के न होने का लोग फायदा उठा रहे हैं और कनेक्शन लेने के बाद उसे आरजी तौर पर भरकर खानापूर्ति कर देते हैं, जो बाद में हादसों को न्यौता देते हैं।
जीरकपुर में लोहगढ़ से स्काईनेट सोसायटी, जीरकपुर पुलिस स्टेशन के नजदीक व कोहीनूर ढाबा से लोहगढ़ रोड पर पार्क के नजदीक ऐसे ही पानी व सीवरेज के कनेक्शन डालने के लिए गड्ढे खोदे गए हैं, जिस ओर नगर काउंसिल का कोई ध्यान नहीं है। अगर ऐसे ही लोग बिना परमिशन के सीवरेज व पानी कनेक्शन डालते रहे, तो आने वाले दिनों में भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। गौरतलब हैं कि 20 साल से जीरकपुर में सीवरेज लाइन जबसे पड़ी है उसकी एक बार भी सफाई नहीं हुई। हालांकि सीवरेज की सप्लाई के लिए शक्कर मशीन का एजेंडा हाउस मीटिग में रखा गया है, लेकिन नगर काउंसिल को लोगों की इस लापरवाही के बदले जुर्माना करने की जरूरत है, ताकि नगर काउंसिल को हो रहे आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके। सड़कों को बनाने पर नगर परिषद के लाखों खर्च हुए हैं लेकिन कुछ लोग सड़कों को अपनी मर्जी से पानी व सीवरेज के कनेक्शन जोड़ने के लिए खोदकर छोड़ देते हैं।
बारिश होने पर भर जाते हैं गड्ढे, होती है परेशानी
बारिश के बाद ये गड्ढे पानी से भर जाते हैं और सड़कें तलाब बन जाती हैं। कुछ दिनों से हो रही बूंदाबांदी के बाद सड़कों की हालत इसी तरह की हो गई है। कई जगह तो गड्ढे इतने बड़े हो गए हैं कि कई फुट तक सड़कों की बजरी गायब हो चुकी है। लोग पानी व सीवरेज के कनेक्शन मेन लाइन से जोड़ने के लिए नई बनी सड़कों तक को नहीं छोड़ रहे।
कोट्स
आपने मामला मेरे ध्यान में लाया है, अगर ऐसा हो रहा है कि लोग छुट्टी वाले दिन अवैध कार्रवाई कर रहे हैं तो उसकी जांच होगी। सोमवार को सभी जगह का जायजा लेकर उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी।
कुलवंत सिंह, जेई नगर काउंसिल।