PGI मेें इस हफ्ते बच्चों पर शुरू होगा सीरो सर्वे, चंडीगढ़ प्रशासन ने जारी किया फंड

पीजीआइ चंडीगढ़ पहला ऐसा संस्थान है जो बच्चों पर सिरो सर्वे करने जा रहा है। पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस हफ्ते सीरो सर्वे शुरू हो जाएगा। प्रशासन से सीरो सर्वे के लिए पीजीआइ को फंड दे दिया गया है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 12:18 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 12:18 PM (IST)
PGI मेें इस हफ्ते बच्चों पर शुरू होगा सीरो सर्वे, चंडीगढ़ प्रशासन ने जारी किया फंड
पीजीआइ के वायरोलॉजी विभाग और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की ओर से सीरो सर्वे किया जाएगा।

चंडीगढ़, जेएनएन। पूरे देश में पीजीआइ चंडीगढ़ पहला ऐसा संस्थान है, जो बच्चों पर सिरो सर्वे करने जा रहा है। पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस हफ्ते सीरो सर्वे शुरू हो जाएगा। प्रशासन से सीरो सर्वे के लिए पीजीआइ को फंड दे दिया गया है। सीरो सर्वे के जरिए यह जानने की कोशिश की जाएगी कि अब तक कितने बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। कितने बच्चे इस वायरस का शिकार हुए, लेकिन अब तक उनमें पुष्टि नहीं हुई। सर्वे के जरिए यह जानने की कोशिश की जाएगी कितने बच्चे वायरस से इन्फेक्टेड हुए और कितने बच्चों में एंडीबॉडी मिली।

शहर के इन हिस्सों में होगा सीरो सर्वे

पीजीआइ के वायरोलॉजी विभाग और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की ओर से सीरो सर्वे किया जाएगा। एकेडेमिस्क के डीन प्रो. जीडी पुरी की निगरानी में यह सर्वे किया जाएगा। सर्वे में सेक्टर-3,6,22,24,29,36,46,47,48,56, गांव खुड्डा जसू, धनास, मलोया, मौलीजागरां, मख्खन माजरा, रायपुर कलां, बुड़ैल सेक्टर-45, अटावा सेक्टर-42, कजहेड़ी सेक्टर-52, हल्लोमाजरा, कॉलोनी नंबर-4, इंडस्ट्रियल एरिया, सेक्टर-25 काॅलोनी, संजय कॉलोनी, इंदिरा कॉलोनी, बापूधाम, मौलीजागरां, ड्डूमाजरा, कॉलोनी नंबर-5,एसबीएस कॉलोनी और मनीमाजरा में सीरो सर्वे किया जाएगा।

दो से 18 साल तक के बच्चों पर होगा सीरो सर्वे

सीरो सर्वे में दो से 18 साल तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा। शहरी, ग्रामीण और बस्ती इलाके में रहने वाले इस आयु वर्ग के बच्चों को सर्वे में शामिल किया जाएगा। प्रो. जगतराम ने कहा शहर के अलग-अलग हिस्सों में ये सर्वे इसलिए किया जाएगा ताकि यह भी पता लगाया जा सके कि कोरोना वायरस का किस क्षेत्र के बच्चों में अधिक देखने को मिला।सर्वे से यह पता लग जाएगा कि ज्यादातर शहरी, ग्रामीण या बस्ती में रहने वाले बच्चे इस इंफेक्शन का शिकार हुए। और कितने फीसद बच्चों में एंटीबॉडी पाई गई।

दो से तीन एमएल ब्लड सैंपल लिया जाएगा

सीरो सर्वे में बच्चों का दो से तीन एमएल ब्लड सैंपल लिया जाएगा। इन सैंपल को पीजीआइ के वायरोलॉजी लैब में टेस्ट किया जाएगा। टेस्टिंग में यह पता लगाया जाएगा कि कितने फीसद बच्चों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बावजूद एंटीबॉडी पाई गई।सर्वे के परिणाम के आधार पर यह पता लगेगा कि तीसरी लहर में बच्चों पर संक्रमण का कितना असर पड़ेगा।

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