पीजीआइ आयोजित करेगा तंबाकू व स्वास्थ्य पर 5वां राष्ट्रीय सम्मेलन, इस तारीख को होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम

चंडीगढ़ पीजीआइ के आयोजन सचिव और प्रोफेसर डॉ. सोनू गोयल ने कहा प्रस्तावित सम्मेलन में तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में उभरते और दोबारा से सामने आने वाले मुद्दों को शामिल किया जाएगा। ताकि पढ़ाई और अनुसंधान में इसके आधार पर नीतियां बनाई जा सकें।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 02:06 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 02:06 PM (IST)
पीजीआइ आयोजित करेगा तंबाकू व स्वास्थ्य पर 5वां राष्ट्रीय सम्मेलन, इस तारीख को होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम
चंडीगढ़ पीजीआइ के आयोजन सचिव और प्रोफेसर डॉ. सोनू गोयल व अन्य जानकारी देते हुए।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पीजीआइ के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ ने अपने परिसर में तंबाकू या स्वास्थ्य विषय पर तीन-दिवसीय वर्चुअल राष्ट्रीय सम्मेलन (एनसीटीओएच) की जानकारी देने के लिए एक समारोह आयोजित किया। तीन-दिवसीय ऑनलाइन वैज्ञानिक कार्यक्रम 25 से 27 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर बोलते हुए पीजीआइ के आयोजन सचिव और प्रोफेसर डॉ. सोनू गोयल ने कहा प्रस्तावित सम्मेलन में तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में उभरते और दोबारा से सामने आने वाले मुद्दों को शामिल किया जाएगा। ताकि पढ़ाई और अनुसंधान में इसके आधार पर नीतियां बनाई जा सकें।

सम्मेलन इस हैरान करने वाले सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे की ओर नीति निर्माताओं का ध्यान आकर्षित करके देश के तंबाकू नियंत्रण प्रयासों को बढ़ावा देगा। सम्मेलन में देश भर से दो हजार से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की आशा है। इस वैज्ञानिक कार्यक्रम में कुल मिला कर 150 से अधिक विशेषज्ञ 100 से अधिक तकनीकी सत्रों को संचालित करेंगे।  प्रस्तावित वर्चुअल नेशनल कॉन्फ्रेंस देश भर के नीति निर्माताओं, इन्हें लागू करने वालों, चिकित्सकों, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के समूह द्वारा तंबाकू नियंत्रण के प्रयासों को बढ़ावा देगी। इसमें भाग लेने वाले वक्ता तंबाकू नियंत्रण में अपने अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में बताएंगे।

न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर धीरज खुराना ने कहा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) के समग्र नेतृत्व व समर्थन के तहत पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में सम्मेलन सचिवालय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बहु-हितधारकों का जुड़ाव तथा राज्य की भागीदारी बढ़े और सम्मेलन की थीम-2030 तक तंबाकू मुक्त भारत के लिए एसडीजी की दिशा में अग्रणी बहु-क्षेत्रीय कन्वर्जेंस प्राप्त  हो सके। इसके अलावा सम्मेलन को विश्व स्वास्थ्य संगठन, द इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट ट्यूबरक्लोसिस एंड लंग डिजीज, वाइटल स्ट्रेटेजीज, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया, कैम्पेन फॉर टोबैको फ्री किड्स, हृदय, सिफर और विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य संघों का भी समर्थन प्राप्त है।

मुंह के स्वास्थ्य विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अर्पित गुप्ता ने साझा किया कि सम्मेलन में पूर्ण सत्र, पैनल चर्चा, संगोष्ठी, मौखिक प्रस्तुति, पोस्टर चर्चा और तंबाकू नियंत्रण के कई पहलुओं पर कार्यशालाएं शामिल होंगी। और यह देश में तंबाकू नियंत्रण को आगे बढ़ाने के लिए प्रभावी नीति और कार्यक्रम बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। डॉ. राकेश गुप्ता पूर्व निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं पंजाब ने कहा कि तीन-दिवसीय वैज्ञानिक कार्यक्रम विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों और राष्ट्रीय व उप-राष्ट्रीय स्तर पर तंबाकू नियंत्रण में पेश आ रही चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें तंबाकू नियंत्रण में सुशासन, तंबाकू नियंत्रण, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट, तंबाकू और निकोटीन उत्पादों में नये उभरते और फिर से उभरने वाले क्षेत्रीय मुद्दे शामिल रहेंगे।

डॉ. सोनू गोयल ने अंत में कहा विशेषज्ञ और प्रतिनिधि 2030 तक तंबाकू मुक्त भारत पर सहमति जताते हुए चंडीगढ़ घोषणापत्र भी लॉन्च करेंगे। यह दोहराते हुए कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के उच्चतम प्राप्य मानकों का आनंद लेना भारत के सभी नागरिकों का अधिकार है। साथ ही हम इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा कदमों का स्वागत करते हैं।

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