आफत लेकर आएगी बारिश, इस वजह से बरसात में झेलनी पड़ेगी परेशानी Chandigarh News
जुलाई के पहले सप्ताह में मॉनसून शहर में दस्तक दे रहा है ।15 दिनों बाद ही बरसातों का दौर शुरू हो जाएगा। लेकिन जैसे हालात शहर के हैं इससे जगह-जगह जलभराव हो जाएगा।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। जुलाई के पहले सप्ताह में मॉनसून शहर में दस्तक दे रहा है ।15 दिनों बाद ही बरसातों का दौर शुरू हो जाएगा। लेकिन जैसे हालात शहर के हैं, इससे जगह-जगह जलभराव हो जाएगा। हालात 2017 जैसे हुए तो पूरा शहर जलमग्न हो सकता है। रोड व गलियों की अभी तक भी सफाई नहीं हो पाई है। कई जगह तो मेन हॉल ब्लॉक हैं, जिससे पानी उनके अंदर ही नहीं जा सकता। नगर निगम जिस धीमी गति से रोड गलियों को साफ करने का काम कर रहा है उससे लगता है कि बरसात से पहले इनकी सफाई नहीं हाे सकेगी।
सबसे ज्यादा मेन हॉल ब्लॉक होने का कारण रोड साइड कंस्ट्रक्शन वर्क बन रही है। इन दिनों जगह-जगह फुटपाथ बनाने का काम चल रहा है। जिस वजह से कंस्ट्रक्शन का मेटीरियल मेन हॉल में फंस रहा है। इसके अलावा आंधी से टूटे पेड़ों की टहनियों और पत्तों की अभी तक भी सफाई नहीं हो पाई है। यह सड़कों के किनारे ऐसे ही पड़े हुए हैं । जिस कारण यह पानी का बहाव रोकने में सबसे बड़ी अड़चन बन रहे हैं ।
यहां मेनहॉल में गिर रही बजरी
सेक्टर-8सी में एससीओ के पीछे मेन हॉल के ऊपर ही महीनों से बजरी का ढेर लगा रहा। आवाजाही से यह बजरी मेनहॉल में गिरती रही। इससे मेनहॉल पूरी तरह से ब्लॉक हो चुका है। तीन दिन पहले बजरी तो ऊपर से उठा दी गई । लेकिन मेनहॉल को साफ करने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। अब अंदाजा लगा सकते हैं कि बरसात हुई तो इस एरिया का पानी सीवरेज में नहीं जा सकता।
यहां थोड़ी सी बारिश के बाद जमा हो जाता है पानी
सेक्टर-18 में प्रेस चौक के पास भी गटर ब्लॉक है। वहीं सेक्टर-8-17 लाइट प्वाइंट से मध्यमार्ग के साथ स्लिप रोड के जरिए सेक्टर-8सी एंट्री प्वाइंट पर मेन हॉल ब्लॉक है। पिछली बरसात में भी यहां सड़क पर कई घंटों तक एक फीट तक पानी जमा हो गया था। इसी तरह से सेक्टर-26 सब्जी मंडी राउंड अबाउट पर भी सेक्टर-7 की तरफ से राउंड अबाउट पर एंट्री करते ही मेन हॉल ब्लॉक हैं। यहां भी थोड़ी सी बरसात के बाद ही पानी जमा हो जाता है ।
2017 में डूब गया था शहर
2017 में बरसात के बाद पूरा शहर जलमग्न हो गया था। रोड पर कारों के ऊपरी हिस्से तक कई जगह पानी आ गया था। इस हाल में चंडीगढ़ पूरे देश में ट्रोल हुआ था। इस हालत ने सीवरेज और रोड व गलियों की सफाई करने के दावों की पोल खोल दी थी। कई घंटों बाद पानी नीचे उतर सका था। नौबत ऐसी थी कि हर किसी को सोचने पर विवश कर दिया था। इस बार तो हालत और भी खराब हैं। जगह-जगह कंस्ट्रक्शन वर्क से मिट्टी, पत्थर और कंस्ट्रक्शन मटीरियल से मेन हॉल सीवरेज अट गए हैं ।मूसलाधार बरसात शहर के लिए आफत बन सकती है।
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