जीरकपुर के शिव एन्क्लेव में मोबाइल टावर के विरोध में उतरे लोग, टावर की रखवाली के लिए बैठी रही पुलिस

जीरकपुर की शिव एन्क्लेव में मोबाइल टावर को लेकर उस समय माहोल गरमा गया जब स्थानीय लोग टावर के विरोध में उतर आए और टावर को हटाने की मांग पर प्रदर्शन करने लगे। लोगों का आरोप है कि बिना मंजूरी के कॉलोनी में टावर लगाया जा रहा है।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 12:57 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 12:57 PM (IST)
जीरकपुर के शिव एन्क्लेव में मोबाइल टावर के विरोध में उतरे लोग, टावर की रखवाली के लिए बैठी रही पुलिस
शिव एन्क्लेव की कॉलोनी में लगा मोबाइल टावर।

जीरकपुर (मोहाली), जेएनएन।  जीरकपुर के शिव एन्क्लेव के निवासियों ने रिहायसी क्षेत्रों में मोबाइल कंपनी द्वारा लगाए गए टावर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और  नगर परिषद के अधिकारियों से टावर हटाने की मांग की। मोबाइल टावर से संबंधित कंपनी द्वारा जीरकपुर पुलिस को एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिस पर जीरकपुर पुलिस कर्मी पूरा दिन कॉलोनी में उक्त टावर की रखवाली के लिए बैठे रहे।

शिव एन्क्लेव के निवासियों ने कहा कि मोबाइल टावरों की स्थापना से क्षेत्र में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने जीरकपुर नगर परिषद से मांग की कि मोबाइल कंपनी के टावर को न लगाने दिया जाए। 

मोबाइल टावर का विरोध करते कॉलोनी के लोग।

इस संबंध में नीतू, सुनीता, रिम्पा, सीमा, प्रीतम भारती, राज कुमार, अतुल कुमार, सुशील कुमार और मीनाक्षी ने कहा कि रिहायशी इलाके की घनी आबादी में पिछले तीन-चार महीनों में उनकी कॉलोनी में एक दुकान की छत पर एक निजी कंपनी का मोबाइल टावर लगाया गया है, जिसकी किरणों से कॉलोनी के निवासियों के बीच मस्तिष्क रोग, दिल के रोग और अन्य बिमारियों की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार किसी भी रिहायसी क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने से पहले स्थानीय लोगों की स्वीकृति की आवश्यकता होती है लेकिन उनसे कोई सहमति नहीं मांगी गई थी। वह व्यक्ति टावर की मंजूरी लेने का दावा कर रहा है, लेकिन इसके लिए कोई सहमति नहीं मांगी गई थी और पूरी कॉलोनी इसका विरोध कर रही है। कॉलोनी के निवासियों के अनुसार, कॉलोनी में एक निजी कंपनी द्वारा एक मोबाइल टावर स्थापित किया जा रहा है, जो मानव जीवन के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि कॉलोनी के निवासियों ने नगर परिषद के अधिकारियों के पास लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से टावर की मंजूरी रद्द करने को कहा है। कार्यवाहक अधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद हल किया जाएगा।

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