चंडीगढ़ निगम के पानी टैंकरों पर लिखा पवन बंसल का नाम हटाया, भड़के कांग्रेसी, अधिकारियों और भाजपा पर मढ़ा आरोप
कांग्रेस महासचिव शशिशंकर तिवारी और प्रवक्ता सतीश कैंथ ने कहा कि पवन बंसल के सांसद के समय उनके कार्यकाल में कई पानी के टैंकर एमपी लैंड फंड से खरीदे गए लेकिन उनका टैंकर पर जो उनका नाम प्रिंट था जिसे अब खुरच कर हटा दिया गया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। नगर निगम के पानी के टैंकर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल का नाम हटाए जाने पर राजनीति गरमा गई है। निगम के पास मौजूदा समय में कुछ पानी के टैंकर ऐसे हैं जो पवन बंसल के कार्यकाल में खरीदे गए थे, जिनमें उनका नाम लिखा हुआ था। इन टैंकरों से उनका नाम हटा दिया गया है, जिस पर कांग्रेस के नेताओं ने आपत्ति जताई है।
कांग्रेस महासचिव शशिशंकर तिवारी और प्रवक्ता सतीश कैंथ ने कहा कि पवन बंसल के सांसद के समय उनके कार्यकाल में कई पानी के टैंकर एमपी लैंड फंड से खरीदे गए लेकिन उनका टैंकर पर जो उनका नाम प्रिंट था जिसे अब खुरच कर हटा दिया गया है जबकि जो सांसद किरण खेर ने एमपी लैंड फंड से टैंकर खरीदे हैं उन पर उनका नाम है।
कांग्रेस नेता सतीश कैंथ ने इंटरनेट मीडिया पर फोटो शेयर कर आपत्ति जताई है।
कांग्रेस के नेताओं ने इसे राजनीति के साथ जोड़ा है। कांग्रेस प्रवक्ता सतीश कैंथ का कहना है कि यह भाजपा की घटिया राजनीति है। उनका आरोप है कि बंसल का नाम हटा कर सांसद किरण खेर का नाम लिखा जा रहा है। कांग्रेस महासचिव शशिशंकर तिवारी का कहना है कि भाजपा ओछी राजनीति पर उतर आई है। उनका कहना है कि एक तरफ पानी के टैंकरों पर से पवन कुमार बंसल का नाम पत्थरों से रगड़ कर मिटाया जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ पानी के टैंकरों पर सांसद किरण खेर का नाम चमकाया जा रहा है। उनका आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी भी भाजपा के हाथो खेल रहे हैं। पवन बंसल ने अपने सांसद कार्यकाल में अपने लैंड फंड से पानी के टैंकर जनता के लिए दिए। नियमानुसार, जो सांसद अपने फंड से जनता के हित के लिए समान देते हैं, तो उस पर सांसद का नाम होता है, लेकिन भाजपा शासित नगर निगम पूर्व सांसद एवं मंत्री पवन कुमार बंसल के द्वारा दिए गए टैंकरों से उनका नाम मिटा रहा है। यह सब घटिया राजनीत भाजपा नेताओ द्वारा ही करवाया जा रहा है।
महामंत्री शशि शंकर तिवारी ने नगर निगम कमिश्नर से मांग की है कि जो टैंकर पवन कुमार बंस द्वारा दिए गए हैं,
उनका नाम उस टैंकर पर से पत्थरों से रगड़ कर मिटाया गया है। उसको 1 सप्ताह के अंदर जल्द से जल्द फिर लिखवाया जाए। ऐसा न होने पर कांग्रेस इसके विरोध मे संघर्ष करेगी।