आ‌र्ट्स, कॉमर्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल में पंचकूला के स्टूडेंट्स बने ट्राईसिटी टॉपर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 12वीं के परिणाम में पंचकूला के स्टूडेंट्स ने ट्राईसिटी में टॉप किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:10 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:10 AM (IST)
आ‌र्ट्स, कॉमर्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल में पंचकूला के स्टूडेंट्स बने ट्राईसिटी टॉपर
आ‌र्ट्स, कॉमर्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल में पंचकूला के स्टूडेंट्स बने ट्राईसिटी टॉपर

जागरण संवाददाता, पंचकूला : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 12वीं के परिणाम में पंचकूला के स्टूडेंट्स ने ट्राईसिटी में टॉप किया है। पंचकूला से आ‌र्ट्स, कॉमर्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल के विद्यार्थियों ने टॉप किया है। यह चारों विद्यार्थी भवन विद्यालय सेक्टर-15 के हैं। आ‌र्ट्स में हितेश्वर शर्मा ने 99.8, दृष्टि गुप्ता ने नॉन मेडिकल में 99.2, अबीर ने कॉमर्स में 99 और श्रेया नरवाल ने 97.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। 12वीं का रिजल्ट आने के बाद स्टूडेंट्स के चेहरे खिल उठे। विद्यार्थी आइएएस, डाक्टर, इंजीनियर और फाइनेंशियल एडवाइजर बनकर अपना भविष्य संवारना चाहते हैं। इंजीनियर बनना है मेरा सपना

12वीं सीबीएसई नॉन मेडिकल में 99.20 फीसद अंक हासिल करने वाली दृष्टि गुप्ता ने बताया कि वह आइआइटी से इंजीनियरिग करना चाहती हैं। उनका सपना इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना है। उनके पिता संदीप गर्ग और मां मीनाक्षी गुप्ता ने उनका हमेशा हौसला बढ़ाया है। उन्होंने अपनी सफल का श्रेय स्कूल शिक्षकों और स्वजनों को दिया। फाइनेंशियल एडवाइजर बनना चाहते हैं अबीर

कॉमर्स संकाय में 99 फीसद अंक हासिल करने वाले अबीर फाइनेंशियल एडवाइजर बनना चाहते हैं। उनके रोल मॉडल उनके पैरेंट्स हैं। उनके पिता अनिल कौशल और माता सरिता कौशल दोनों पेशे से डाक्टर हैं। इसके बावजूद उन्होंने कभी उन्हें कॉमर्स लेने के लिए नहीं रोका। हमेशा इसके लिए प्रोत्साहित किया। वह फाइनेंशियल एडवाइजर बनना चाहते हैं। अबीर ने रोजाना छह से आठ घंटे की पढ़ाई कर यह सफलता हासिल की है। 10वीं, 11वीं और 12वीं के अंकों के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है। इसलिए इस बार परीक्षा नहीं होने के बावजूद उन्हें नया अनुभव मिला है। डाक्टर बनना चाहती हैं श्रेया

मेडिकल संकाय में 97.80 फीसद अंक हासिल करने वाली श्रेया नरवाल ने बताया कि वह डाक्टर बनना चाहती हैं। उनकी पहली पसंद एम्स नई दिल्ली में एडमिशन लेना है। इसके लिए वह रोजाना 10 घंटे से अधिक पढ़ाई करती हैं। उनके माता-पिता ने हमेशा इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित किया है। उनकी मां मणि नरवाल सेक्टर-14 राजकीय महिला महाविद्यालय में गृह विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं तो उनके पिता अजय नरवाल इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें नॉवेल पढ़ना और स्वीमिग करना अच्छा लगता है।

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