सिविल अस्पताल से आक्सीजन बेचता रंगेहाथ धरा

सिविल अस्पताल में मेडिकल आक्सीजन सिलेंडरों की अवैध ब्रिकी का पर्दाफाश हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 08:41 AM (IST) Updated:Fri, 21 May 2021 08:41 AM (IST)
सिविल अस्पताल से आक्सीजन बेचता रंगेहाथ धरा
सिविल अस्पताल से आक्सीजन बेचता रंगेहाथ धरा

जागरण संवाददाता, मोहाली : सिविल अस्पताल में मेडिकल आक्सीजन सिलेंडरों की अवैध ब्रिकी का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस व सेहत विभाग के संयुक्त आपरेशन में कंपनी के ठेकेदार के कारिदे को आक्सीजन सिलेंडर बेचते रंगेहाथ काबू किया गया है। जिला सेहत विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि आक्सीजन सिलेंडरों की ब्रिकी का काला कारोबार हो रहा है, जिसके बाद सिविल सर्जन डा. आदर्शपाल कौर ने डीसी गिरीश दयालन को सूचित किया था। आरोपित को पकड़ने के लिए दोनों विभागों को मिलकर ट्रैप लगा कर पकड़ने के निर्देश दिए थे। आरोपित की पहचान मोहाली राहुल के तौर पर हुई है।

ऐसे किया आरोपित काबू

सेहत विभाग के एक कर्मचारी ने ग्राहक बनकर आरोपित को फोन किया। आक्सीजन सिलेंडर का सौदा 25 हजार रुपये में सौदा तय हुआ, जिसके बाद सेहत विभाग का कर्मचारी कारिंदे की ओर से बताई गई जगह सिविल अस्पताल के पीछे वीरवार दोपहर दो बजे पहुंच गए। उक्त कारिंदे ने आक्सीजन का सिलेंडर कर्मचारी की गाड़ी में रखवा दिया और पैसा लिया। जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने फौरन काबू कर हिरासत में ले लिया। डा. आदर्शपाल कौर ने बताया कि सेहत विभाग व पुलिस ने संयुक्त तौर पर ट्रैप लगाने की कार्रवाई डीसी मोहाली के निर्देश पर की।

निजी कंपनी को दे रखा है ठेका

सिविल सर्जन डा. आदर्शपाल कौर ने बताया कि मैक टैक इंजीनियरिग कंपनी को ठेका दिया गया है। इस मामले में अब आगे की जांच पुलिस करेगी। इस पूरी प्रक्रिया में अस्पताल के एसएमओ डा. एचएस चीमा, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. दलजीत चीमा, हेल्थ इंस्पेक्टर भूपिदर सिंह शामिल थे। ध्यान रहे कि कोविड के चलते आक्सीजन सिलेंडरों की भारी किल्लत चल रही है। प्रशासन ने आक्सीजन का स्टॉक मेनटेन किया जा रहा है।

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