पंजाब में विधायक नागरा और बैंस बंधु ही भरते हैं अपना आयकर, 93 MLAs की जमा करती है सरकार
Income Tax by Punjab MLAs पंजाब के अधिकतर विधायकाें का आयकर राज्य सरकार भरती है। राज्य के तीन विधायक कुलजीत नागरा और बैंस ब्रदर्स सिमरजीत सिंह बैंस व बलविंदर सिंह बैंस ही अपने आयकर का खुद भुगतान करते हैं। पंजाब सरकार 93 विधायकों के आयकर भरती है।
चंडीगढ़ , राज्य ब्यूरो। तीन साल पहले फरवरी 2018 में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधायकों से मिलने वाले वेतन व भत्तों पर लगने वाला आयकर (Income Tax) खुद भरने की अपील की थी लेकिन इसका असर मात्र तीन विधायकों पर ही देखने को मिला है। कांग्रेस के विधायक कुलजीत नागरा, लोक इंसाफ पार्टी के बलविंदर बैंस और सिमरजीत बैंस ही अपना आयकर खुद अदा कर रहे हैं। 93 विधायकों का इनकम टैक्स पंजाब सरकार अदा कर रही है।
अब आप विधायक अमन अरोड़ा ने अपना आयकर खुद भरने की इच्छा जगाई
साल 2017-18 में सरकार ने 82, 77 506 रुपये, साल 2018-19 का 65,95,264, साल 19-20 का 64,93,652 रुपये, साल 20-21 के लिए 62, 54,752 रुपये सरकार ने आयकर के रूप में अदा किए हैं। दो दिन पहले आम आदमी पार्टी के अमन अरोड़ा ने भी अब खुद इनकम टैक्स भरने की इच्छा जताई है और इस बाबत उन्होंने स्पीकर राणा केपी सिंह को पत्र भी सौंप दिया है।
काबिले गौर है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीन साल पहले जो अपील की थी कि विधायक अपना इनकम टैक्स खुद भरें। यह सुविधा भी 17 साल पहले खुद उन्होंने ही दी थी। साल 2002-2007 के कार्यकाल के दौरान तीन मार्च 2004 को एक बिल पारित विधायकों व मंत्रियों काे यह सुविधा दी गई थी कि उनका आयकर सरकार भरेगी। अब जब यह टैक्स सरकारी खजाने का बोझ बढ़ाने लगा तो मंत्रियों का आयकर तो उनके स्वयं भरने के लिए सरकार ने कानून बना दिया लेकिन विधायकों को स्वेच्छा से ऐसा करने को कहा गया लेकिन तीन विधायकों को छोड़कर किसी ने भी मुख्यमंत्री की अपील पर ध्यान नहीं दिया।
करोड़पति विधायकों का टैक्स सरकार क्यों भरे?
एसोसिएशन एंड डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने भी इस पर सवाल उठाया है कि 117 विधायकों में से 95 विधायक पहले से ही करोड़पति हैं। ऐसे में उनके इनकम टैक्स का बोझ सरकार क्यों वहन करे। चुनाव आयोग को दिए गए एफिडेविट के अनुसार अकाली दल के 14, भाजपा के 2, कांग्रेस के 67 और आम आदमी पार्टी व लोक इंसाफ पार्टी के 10 विधायक करोड़पति हैं।
विधायकों के वेतन व भत्ते -विधायक को मासिक वेतन और भत्ते: 84000 रुपये -पेट्रोल व डीजल -90 हजार रुपये प्रतिमाह -विधानसभा की कमेटियों में आने के 1500 रुपये प्रति सिटिंग - हर विधायक को सुरक्षा गाड़ी के नाम पर इनोवा गाड़ी भी मिली हुई है।