छाबड़ा ने बंसल और चावला के खिलाफ खोला मोर्चा

लंबे समय बाद कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन हुआ है।लेकिन पदाधिकारियों की घोषणा के साथ ही बवाल मच गया है। कांग्रेस के वाट्सएप ग्रुपों में नेता अपनी पार्टी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:05 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:05 PM (IST)
छाबड़ा ने बंसल और चावला के खिलाफ खोला मोर्चा
छाबड़ा ने बंसल और चावला के खिलाफ खोला मोर्चा

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़

लंबे समय बाद कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन हुआ है।लेकिन पदाधिकारियों की घोषणा के साथ ही बवाल मच गया है। कांग्रेस के वाट्सएप ग्रुपों में नेता अपनी पार्टी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने तो खुलकर मोर्चा खोलते हुए कार्यकर्ताओं के नाम पर पत्र लिखकर वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल पर आरोप लगाए हैं। पार्टी में मचे बवाल को शांत करने के लिए कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला को नेताओं को बयानबाजी से बचने की सलाह दी गई है और इसके साथ ही चावला ने एक पार्टी के ग्रुप में कहा है कि सभी धैर्य रखे जल्द ही आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के अलावा चुनाव प्रचार कमेटी के अलावा अन्य अहम कमेटियों का गठन होना है, जिसमे दूसरे नेताओं को जिम्मेवारी दी जाएगी।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के किसी भी करीबी को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है। उनके करीबी संदीप भारद्वाज को वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला बाहर करने में कामयाब हो गए हैं। इसके बाद से भारद्वाज ने भी बयानबाजी तेज कर दी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने राहुल गांधी और पार्टी प्रभारी हरीश रावत को ट्वीट कर आरोप लगाया है कि कांग्रेस की जारी हुई पदाधिकारियों की लिस्ट बनाने में एक अहंकारी नेता व धन स्त्रोत्र,चमचागिरी करने वाले और चुगलखोरों की जम कर चली है। छाबड़ा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम पर पत्र लिखकर भ कहा है कि चंडीगढ़ कांग्रेस की लीडरशिप ने कांग्रेस मुक्त करने की नई पारी शुरू कर दी है। छाबड़ा ने कहा कि जब इतनी लंबी लिस्ट बनाई गई तब 30-30 साल काम करने वाले साथियों को क्यों दरकिनार किया गया और कांग्रेस के वफादार लोगों को क्यों नही पदाधिकारी बनाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ कि मनीमाजरा से एक भी उपाध्यक्ष या महासचिव नही बनाया गया।महिलाओं को 30 फीसद जगह क्यों नही दी गई। छाबड़ा ने कहा कि तानाशाही से नही बल्कि निम्रता से पार्टी चलती है। छाबड़ा ने कहा कि काबिल साथियों को उन की योग्यता मुताबिक जगह मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव सिर पर है। कई साथियों को एक से ज्यादा कमेटी में भी डाला गया। छाबड़ा ने पार्टी के यह भी चेतावनी दी है कि वह आज के बाद रोज नए खुलासे के साथ सामने आएंगे। हक के लिए लड़ेंगे। जबकि छाबड़ा के इस व्यवहार की जानकारी बंसल गुट के कई नेताओं की ओर से पार्टी हाईकमान को दी गई है। बंसल गुट इसे अनुशासन के खिलाफ बयानबाजी मान रहा है। छाबड़ा गुट के नेता बंसल और चावला के नेतृत्व पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। मालूम हो कि कार्यकारिणी में चंद नेताओं को दोहरी जिम्मेदारी भी दी गई है जिससे भी कई नेता नाराज है। आल इंडिया कांग्रेस के सदस्य इसी सप्ताह होंगे मनोनीत

अब आल इंडिया कांग्रेस के सदस्य इसी सप्ताह मनोनीत किए जाएंगे। इसमें पवन बंसल और कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला के अलावा मुकेश बस्सी, शीला फूल सिंह, सुरेंद सिंह और डीडी जिदल को जगह देने की बात की जा रही है। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष ने अपने सभी पांच जिला अध्यक्षों को अपनी कार्यकारिणी का गठन करने के निर्देश किए हैं। इसी माह के अंत तक सभी जिल कार्यकारिणी का गठन हो जाएगा।

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