नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी बोले- मिल बैठकर बात करेंगे
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मिल बैठकर बातचीत करेंगे। कैप्टन ने भी इस्तीफे पर टिप्पणी की है ।
जेएनएन, चंडीगढ़। नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस प्रधान पद से इस्तीफे के बाद पंजाब में राजनीतिक माहौल एकदम गरमा गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कह चुके हैं कि उन्होंने पहले ही कहा था कि सिद्धू स्थिर आदमी नहीं है। अब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने भी सिद्धू के इस्तीफे पर टिप्पणी की है। चन्नी ने कहा कि वह सिद्धू के साथ बात करेंगे। अगर कहीं कोई दिक्कत होगी तो उस पर मिल बैठकर चर्चा करेंगे।
दरअसल, पंजाब कांग्रेस में घमासान की असली वजह ही नवजोत सिंह सिद्धू थे। 2017 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब सीएम की कमान संभाली थी तो उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में नवजोत सिंह सिद्धू को भी शामिल किया था। लेकिन कुछ समय के बाद ही सिद्धू अपनी ही सरकार के मुखिया पर आक्रामक होने लगे। मामला तब बिगड़ गया जब सिद्धू कैप्टन की मनाही के बावजूद पाकिस्तान चले गए। कैप्टन ने सिद्धू का महकमा बदला तो सिद्धू ने मंत्री पद छोड़ दिया। दो साल राजनीति से दूर सिद्धू फिर सक्रिय हुए और पंजाब कांग्रेस की कमान संभाली और कैप्टन को सीएम पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया। अब सिद्धू खुद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
बताया जा रहा है कि सिद्धू की असली नाराजगी सीएम न बनना है। चरणजीत सिंह चन्नी को हाईकमान ने सीएम बना दिया। सिद्धू को उम्मीद थी कि भले ही चन्नी सीएम बने हों, लेकिन वह सुपर सीएम की भूमिका में रहेंगे, लेकिन सरकार गठन के शुरुआती दिनों में ही सिद्धू को झटका लगा। सिद्धू के विरोध के बावजूद इकबाल प्रीत सहोता को कार्यकारी डीजीपी बना दिया गया। इसके बाद पंजाब के एडवोकेट जनरल की बारी थी। इसमें भी सिद्धू की नहीं चली। सरकार ने एपीएस देयोल को एजी की जिम्मेदारी सौंपी है। मंत्रिमंडल के गठन में भी सिद्धू की ज्यादा नहीं चली। इससे वह आहत थे। बहरहाल चन्नी का कहना है कि वह मिल बैठ कर बात करेंगे।