नवजोत सिद्धू के सलाहकार के कश्मीर बयान पर स्वास्थ्य मंत्री बोले- मैं सहमत नहीं, यह उनकी निजी सोच
मलविंदर सिंह माली ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी जिसमें उन्होंने कश्मीर को अलग देश बताया था और कथित तौर पर कहा कि भारत ने इस पर कब्जा कर रखा है। माली ने अपनी पोस्ट में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने को भी सही बताया था।
रोहित कुमार, मोहाली। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली के कश्मीर को लेकर दिए गए विवादित बयान को स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने निजी बयान बताया है। सिद्धू ने कहा कि कश्मीर देश का हिस्सा है। मल्ली का कश्मीर को लेकर दिया बयान उनका निजी विचार हो सकता है। वहीं, सिद्धू ने कहा कि वह मल्ली के बयान से सहमत नहीं हैं।
बता दें कि मलविंदर सिंह माली ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें उन्होंने कश्मीर को अलग देश बताया था और कथित तौर पर कहा कि भारत ने इस पर कब्जा कर रखा है। माली ने अपनी पोस्ट में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने को भी सही बताया था।
स्वास्थ्य मंत्री शनिवार को मोहाली में यंगस्टर वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से खाना वितरित करने के लिए शुरू की गई मोबाइल वैन को रवाना करने के लिए पहंचे थे। सवाल के जवाब में सेहत मंत्री ने कहा कि पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी का मामला अदालत में है। इस मामले में वे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। सैनी को जमानत मिलने पर पार्टी में उठ रही आवाजों पर पूछे गए सवालों पर सिद्धू बचते नजर आए।
सिद्धू ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर को लेकर सेहत विभाग पूरी तरह से तैयार है। 790 बेड सिर्फ बच्चों के लिए ही आरक्षित किए गए है। जिनमें लेवल टू और लेवल थ्री तक की सुविधाएं हैं। सेहत मंत्री ने कहा कि अगर तीसरी लहर आती है तो उससे निपटने की पूरी तैयारी है। सवाल के जवाब में सिद्धू ने कहा कि लुधियाना के बाद किसी ओर जिले में कोविड के लक्षण बच्चों में नहीं मिले है। जहां तक बच्चों के टीकाकरण की बात है इसको लेकर केंद्र की ओर से जो गाइडलाइन जारी होंगी, उसी के मुताबिक बच्चों का टीकाकरण होगा। फिलहाल कोविड को लेकर सूबे में स्थिति नियत्रंण में है।
सेहत मंत्री ने कहा कि स्कूलों को हमेशा के लिए बंद तो नहीं किया जा सकता। क्योंकि ये बच्चों के भविष्य से जुड़ा मामला है। पहले ही बच्चों का डेढ़ साल से ज्यादा खराब हो चुका है। किसी ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी है तो किसी ने रोजगार की। इन सब बातों को समझने की जरूरत है। इस दौरान सेहत विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।