कमजाेर पड़ रहे अब कोरोना के तेवर, एक फीसदी से भी कम मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत

अब कोरोना के तेवर कमजोर पड़ रहे हैं। काेरोना संक्रमित मरीजों मे से मात्र 0.5 फीसदी को अब वेटिंलेटर की जरूरत है। चंडीगढ़ पीजीआइ में वेंटिलेटर की जरूरत वाले बहुत कम कोरोना मरीज हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 10:27 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 07:01 AM (IST)
कमजाेर पड़ रहे अब कोरोना के तेवर, एक फीसदी से भी कम मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत
कमजाेर पड़ रहे अब कोरोना के तेवर, एक फीसदी से भी कम मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत

चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। अब कोरोना वायरस Covid-19 के तेवर कमजोर पड़ रहे हैं और इससे संक्रमित मरीजों केे ठीक होने की रफ्तार बढ़ रही है। चंडीगढ़ पीजीआइ के डॉक्‍टरों के मुता‍बिक कोरोना वायरस अब ज्‍यादा घातक नहीं रह गया है। इस‍के साथ ही बेहद कम मरीजों काे वेंटिलेंटर की जरूरत पड़ रही है। चंडीगढ़ पीजीआइ में भर्ती सिर्फ 0.5 फीसद संक्रमित मरीजों को ही वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही है। इसके साथ सिटी ब्‍यूटीफुल में कोरोना मरीजों की मृत्‍युदर में कमी हो रही है।

पीजीआइ चंडीगढ़ के डॉक्टरों के मुताबिक अब 0.5 प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीजों को ही वेंटिलेटर पर रखा जा रहा है। 50 साल से कम उम्र के कोरोना संक्रमित मरीज अब हफ्ते भर में ठीक हो जा रहे हैं। बस वे संक्रमित मरीज ही ठीक होने में ज्यादा समय ले रहे हैं, जो बुजुर्ग हैं या उन्हें पहले से कोई हेल्थ प्रॉब्लम है। इसके चलते ऐसे मरीजों के रिकवर होने में समय लग रहा है।

पीजीआइ की रिसर्च अब कोरोना नहीं उतना घातक

पीजीआइ के डॉक्‍टरों के मुताबिक कोरोना वायरस अब ज्‍यादा घातक नहीं रह गया है। पीजीआइ के डीन प्रो. जीडी पूरी ने इस संबंध में एक रिसर्च साझा की है। इससमें उन्होंने बताया है कि अब कोरोना वायरस का संक्रमण मरीजों के लिए उतना घातक साबित नहीं हो रहा है, जितना एक महीने पहले था। प्रो. जीडी पूरी ने बताया कि अब केवल दो प्रतिशत कोरोना मरीजों को आइसीयू में रखा जा रहा है। एक प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीजों को ही ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

चंडीगढ़ में कम हुई कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु दर

कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु दर में गिरावट दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना से मौत के आंकड़ों में 2.72 प्रतिशत की गिरावट हुई है। चंडीगढ़ में भी कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु दर कम हुई है। हालांकि एक माह पूर्व चंडीगढ़ में पहले कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर दो प्रतिशत दर्ज की गई थी। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट में अब यह दर 1.34 प्रतिशत दर्ज की गई है। शहर में अभी तक बीते चार महीनों में कोरोना से सात लोगों की मौत हो चुकी है।

हरियाणा और पंजाब से कम है चंडीगढ़ में कोरोना से मृत्यु दर

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु दर 2.56 प्रतिशत और हरियाणा में 1.48 प्रतिशत दर्ज की गई है। जबकि चंडीगढ़ में दर 1.34 प्रतिशत है।

बढ़ी काेरोना मरीजों की संख्‍या

शहर में लगातार कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों में शहर में 60 से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मामले दर्ज किए गए। जिसके चलते अब चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट गिरा है। चंडीगढ़ में एक हफ्ता पहले कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर 85.9 प्रतिशत दर्ज की गई थी। जोकि शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में 77.06 प्रतिशत दर्ज की गई।

हरियाणा में बढ़ा रिकवरी रेट, पंजाब में हुआ कम

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हरियाणा में कोरोना संक्रमित मरीजों की ठीक होने की दर पहले से बढ़ी है। हरियाणा में एक हफ्ते पहले जो रिकवरी रेट 74.1 प्रतिशत था। अब ये दर 75 प्रतिशत हो गई है। जबकि पंजाब में जो रिकवरी रेट पहले 70.5 प्रतिशत था। अब ये दर 69 प्रतिशत हो गई है।

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